जस्टिस गंगोपाध्याय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे अभिषेक 

कोर्ट के बाहर विचाराधीन मामले पर टिप्पणी करने से तृणमूल सांसद हुए खपा

57

कोलकाता, सूत्रकार : तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव और पार्टी में नंबर दो सुप्रीमो अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इसके अलावा डायमंड हार्बर सांसद ने न्यायमूर्ति अमृता सिन्हा की पीठ से मामले को हटाने का अनुरोध किया।

अभिषेक ने अर्जी में कहा कि जस्टिस गंगोपाध्याय ने विचाराधीन मामले पर कोर्ट के बाहर टिप्पणी की है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए जस्टिस गंगोपाध्याय के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है। अभिषेक ने अर्जी में कहा कि जस्टिस गंगोपाध्याय ने लंबित मामले पर कोर्ट के बाहर टिप्पणी की।

कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक विशेष पीठ गठित करने का निर्देश दिया जाना चाहिए। वह बेंच भर्ती मामलों की सुनवाई करेगी। असल में जो मामले जस्टिस सिन्हा की बेंच में होते हैं, वो मामले उस विशेष बेंच के पास जाते हैं। इसके अलावा अभिषेक ने मांग की कि जस्टिस गंगोपाध्याय को कोर्ट के बाहर बार-बार दिए जा रहे एकतरफा बयानों से परहेज करने का आदेश दिया जाए।

दरअसल, कुछ दिन पहले जस्टिस गंगोपाध्याय ने अभिषेक की संपत्ति को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने प्रेस के सामने पूछा कि एक नेता के तौर पर अभिषेक की संपत्ति का स्रोत क्या है? क्या सांसद अपनी संपत्ति का हिसाब देंगे, क्या वह अपनी संपत्ति का हिसाब सोशल मीडिया पर पोस्ट करेंगे। ऐसी टिप्पणियां जज ने कीं। उन्होंने यह भी कहा था कि आम लोगों के तौर पर हम यह देखना चाहते हैं कि किसके पास कितनी संपत्ति है। उन संपत्तियों का स्रोत क्या है।

इसके बाद जज ने डीवाईएफआई की राज्य सचिव मीनाक्षी मुखर्जी का चर्चा करते हुए कहा कि अगर अभिषेक उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं तो मैं उनकी समकालीन नेता मीनाक्षी मुखर्जी या अन्य नेताओं से भी यही अपील करूंगा। हम चाहते हैं कि वे संपत्ति संबंधी एक हलफनामा तैयार करें और उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट करें।