अलीपुरदुआरः तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने 100 दिनों के काम (मनरेगा) के बकाये का पैसा केंद्र सरकार द्वारा भुगतान नहीं करने पर हमला बोला।
उन्होंने कहा, यदि 100 दिनों के काम में यदि भ्रष्टाचार हुआ है, तो इसकी सीबीआई जांच करायी जाये। सीएम ममता बनर्जी ने 100 दिनों के लिए दो बार पीएम नरेंद्र मोदी मुलाकात की।
हम एक साल से इंतजार कर रहे हैं। अब और नहीं, एक महीने के भीतर एक करोड़ लोग पीएम को पत्र लिखेंगे। अगर एक महीने के भीतर पैसा जारी नहीं किया गया तो मैं दिल्ली को बंद कर दूंगा।
अभिषेक ने आगे कहा, अगर जरूरत पड़ी तो मैं इन भाई-बहनों को 100 दिनों के काम के पैसे के लिए दिल्ली ले जाऊंगा। मैं उनके रहने की व्यवस्था करूंगा, लेकिन मैं हक का पैसा लेकर दम लूंगा।
उन्होंने कहा, बंगाल के विपक्षी दल के नेता ने केंद्र को पत्र लिखकर पैसा रोकने को कहा है। आपको राज्य सरकार की सभी योजनायों का लाभ मिल रहा है। साल 2019 में बीजेपी 2 लाख वोटों से जीती थी। फिर उन्होंने बकाया पैसा रोक लिया, जिसे खिला-पिलाकर पाला-पोसा, वह इंसान नहीं बल्कि सांप है।
बनर्जी ने कहा, उत्तर बंगाल को यह शब्द पसंद नहीं है। पश्चिम बंगाल एक बंगाल है।
अभिषेक ने कहा, मैंने तर्क के लिए मान लिया कि 100 दिनों के काम में भ्रष्टाचार हुआ है। अगर 20 लाख परिवारों में से 2000 लोग भ्रष्टाचार करते हैं, तो आप उन्हें जेल में डाल देते हैं। टीएमसी चोरों को बढ़ावा नहीं देती है। हम उन दो हजार लोगों को दंडित करना चाहते हैं और बाकी के 19 लाख 98 हजार रुपये जारी करना चाहते हैं।
अभिषेक ने कहा कि एक महीने के बाद मेरा प्रतिनिधि जाकर आपसे पत्र लेग। फिर मैं एक करोड़ चिट्ठियां लेकर दिल्ली जाऊंगा। देखते हैं कि केंद्र सरकार अभी भी दरवाजा बंद कर सकती है या नहीं।
पहले मैं 17 लाख परिवारों की बात करता था। अब मैं देखता हूं कि 20 लाख परिवारों का पैसा जबरन रोक लिया गया है। 100 दिन के काम के लिए 1 करोड़ 38 लाख परिवारों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। यह कार्यक्रम अगले 17 तारीख से 1 महीने तक जारी रहेगा। यह कार्यक्रम पूरे बंगाल में जारी रहेगा।
उन्होंने कहा, मैं टीएमसी कार्यकर्ताओं, खासकर बूथ अध्यक्षों, क्षेत्रीय अध्यक्षों, ग्राम पंचायत प्रमुखों से कहूंगा कि वे प्रत्येक बूथ में 100 दिनों से प्रताड़ित और शोषित लोगों की सूची बनाएं। बूथ टू बूथ जाइए। शोषितों द्वारा केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री को संबोधित एक पत्र लिखें।
अभिषेक ने कहा, कुछ दिन पहले मैं खुद गिरिराज सिंह से मिलने गया था, लेकिन वह हमलोगों से नहीं मिले.।हालांकि वह दिल्ली में थे। टीएमसी सांसदों के पास बैठकर चर्चा करने का साहस नहीं था।
ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पास शायद हमारे सवाल का जवाब नहीं था। केवल बंगाल का 100 दिन का पैसा जबरन रोका गया है क्योंकि वे चुनाव हार गए हैं। बनर्जी ने कहा, कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री रेड रोड पर धरने पर बैठी थीं। केंद्र सरकार ने पैसा रोक रखा है।
मैंने पहले कभी वोट नहीं मांगा। मैं अब भी नहीं चाहता हूं, लेकिन आम लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। बीजेपी लोगों भोजना छीन रही है। आपको उस व्यक्ति की रोजी रोटी के लिए याचना करनी होगी।