Acid attack: रुक नहीं रही हैवानियत,दिन-दहाड़े छात्रा पर फेंका गया तेजाब
द्वारका में 17 साल की छात्रा पर दिल्ली के लड़के ने फेंका तेजाब
दिल्ली : ऐसी घटना जो आपका दिल दहला देगी। दरअसल घटना दिल्ली के द्वारका की है जहां एक लड़के ने 17 वर्षीय स्कूली छात्रा पर तेजाब फेंक दिया है । मिली जानकारी के मुताबिक घटना सोमवार सुबह करीब 7:30 बजे की है । अब पीड़िता को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक पुलिस को सुबह करीब नौ बजे पीएस मोहन गार्डन इलाके में एक लड़की पर तेजाब फेंकने की घटना के संबंध में फोन किया गया था।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा @Swatijaihind ने द्वारका एसिड अटैक केस में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया। pic.twitter.com/auUJEwUj6H
— Delhi Commission for Women – DCW (@DCWDelhi) December 14, 2022
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घटना के दौरान पीड़िता के साथ उसकी छोटी बहन भी थी। तभी बाइक सवार दो युवकों ने उसपर तेजाब फेंका और फरार हो गए। पीड़िता ने अपने परिचित दो लोगों पर शक जताया है। पुलिस ने कहा कि उसने अपने अधिकारियों को अस्पताल भेजा है और घटना के विवरण के बारे में मीडिया को जल्द ही जानकारी दी जाएगी। फिलहाल पुलिस ने कहा कि उनमें से कम से कम एक को हिरासत में लिया गया है और दूसरे को पकड़ने के लिए जांच की जा रही है।
इस बीच ट्विटर पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सरकार की खिंचाई की और राष्ट्रीय राजधानी में तेजाब की बिक्री पर सवाल उठाया। उन्होंने ट्वीट किया, “देश की राजधानी में दो बदमाश एक स्कूली छात्रा पर दिनदहाड़े तेजाब फेंक कर निकल जाते हैं, क्या अब किसी को कानून का डर है? तेजाब बैन क्यों नहीं होता? शर्म करो।
2013 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा ओवर-द-काउंटर एसिड की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद भारत में एसिड हमलों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल 250-300 एसिड हमले होते हैं। हालाँकि, वास्तविक आंकड़ा अधिक होने की संभावना है क्योंकि कुछ घटनाओं की रिपोर्ट नहीं की जाती है। एक याचिका पर सुनवाई करते हुए, शीर्ष अदालत ने तेजाब हमलों को “हत्या से भी बदतर” करार दिया क्योंकि पीड़िता के पास अपना करियर शुरू करने के लिए लगभग कोई रास्ता नहीं बचा था।
ऐसे ही 2013 में भारत ने एसिड हमलों को एक विशिष्ट आपराधिक अपराध बना दिया और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि पीड़ितों को मुफ्त चिकित्सा उपचार और न्यूनतम 3,00,000 रुपये का मुआवजा मिलना चाहिए। लेकिन क्या मुआवजा उन लड़कियों के जख्म को भर सकता है। अगर समय रहते कुछ खास कदम नहीं उठाए गए तो यो मामला और विकराल रूप धारण कर लेगा।
UPDATE-
दिल्ली के द्वारका में स्कूली छात्रा पर एसिड फेंकने वाले तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे हुई थी।जहां आरोपी छात्रा के ऊपर तेजाब फेंककर फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी थी। आखिरकार तीनों को देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया है।