ब्यूरो रांची : देश और दुनिया में लगातार बढ़ रही आबादी विश्व के लिए चिंता का विषय है। देश की बढ़ती आबादी को रोकने के लिए हम दो, हमारो नीति भारत में लाई गयी थी। केंद्र सरकार का कहना है कि 2045 तक भारत इस लक्ष्य को पूरा कर लेगा। वहीं बिहार यह लक्ष्य 2039 तक हासिल कर लेगा इसकी उम्मीद लगाई जा रही है। इसके साथ ही 2036 में देश की आबादी बढ़कर 152.2 करोड़ हो जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक आबादी में बिहार की हिस्सेदारी 14.5% हो जाएगी और महाराष्ट्र को पीछे छोड़ यूपी के बाद दूसरी सर्वाधिक आबादी वाला राज्य बन जाएगा। यानी देश में हर सातवां व्यक्ति बिहार से होगा। रिर्पोट के मुताबिक, 2045 तक देश की आबादी में 31 करोड़ नए लोग जुड़ जाएंगे। इसमें आधे से अधिक 17 करोड़ का योगदान 5 राज्यों बिहार, यूपी, महाराष्ट्र, प. बंगाल और एमपी का होगा, जबकि दक्षिण के पांच राज्यों- आंध्र, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना और तमिलनाडु का आबादी में योगदान मात्र 2.9 करोड़ होगा। वहीं दुनिया के देशों से बिहार की तुलना करें तो बिहार का प्रजनन दर TFR अफ्रीकी देश स्वाजीलैंड के बराबर है। वहीं अगर बिहार के जनसंख्या की बात करें तो 2039 तक राज्य की आबादी का घनत्व 1578 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी होगा जो अभी 1106 है। बिहार के क्षेत्रफल के हिसाब से अभी प्रति व्यक्ति 9583 वर्ग फुट जमीन है जो आज से 14 साल बाद सिमटकर 6969 वर्ग फुट रह जाएगी, क्योंकि तब तक बिहार की आबादी 30% बढ़ जाएगी। बता दें कि एक रिर्पोट में यह खुलासा किया गया है कि बिहार की आबादी बढ़ने की रफ्तार घट रही है। एनएफएचएस-4 की रिर्पोट यह खुलासा किया गया है कि बिहार की मुस्लिम महिलाओं की प्रजनन का दर 4.1 थी जो की एनएफएचएस-3 की रिर्पोट में घटकर 3.6 हो गया है।
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