सात दिन बाद संदेशखली में ईडी पर हमले के मामले में 2 गिरफ्तार
हमले का सीसीटीवी फुटेज देखकर पुलिस ने किया गिरफ्तार
कोलकाता, सूत्रकार : उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में गत शुक्रवार को ईडी पर हुए हमले के मामले में नैजाट थाने की पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में एक का नाम महबूब मोल्ला और दूसरे का नाम सुकमल सरदार है। घटना के सात दिन बाद शुक्रवार की सुबह उन्हें गिरफ्तार किया गया। ईडी पर हमले के वीडियो फुटेज देखने के बाद इनकी पहचान की गई और इन पर कार्रवाई की गयी। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपी भेड़ी इलाके में छिपे हुए थे। ये सरबेरिया इलाके के रहने वाले हैं। आरोप है कि ये ईडी पर हमले में शामिल थे। वे लोग सीसीटीवी फुटेज में नजर आए हैं।
गौरतलब है कि पिछले शुक्रवार को संदेशखाली में ईडी अधिकारी राशन ‘भ्रष्टाचार’ मामले में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर की तलाशी लेने पहुंचे थे। लेकिन वहां ना सिर्फ उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा, बल्कि ईडी अधिकारियों पर भीड़ ने हमला कर दिया। इसमें तीन अधिकारी घायल हो गए। उनको अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। ईडी ने दावा किया कि शाहजहां के घर के सामने 800 से 1000 लोग जमा हुए थे। सभी तृणमूल नेताओं के समर्थक थे। इस घटना में संदेशखाली के नैजाट पुलिस स्टेशन में तीन एफआईआर दर्ज की गई।
घटना के बाद से शाहजहां का पता नहीं चल पाया है। उधर ईडी ने दावा किया कि घटना के दिन वह घर पर ही थे। वे ईडी अधिकारियों को देखकर पिछले दरवाजे से भाग गए।
उधर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारियों पर हुए हमले के मामले में पुलिस कार्रवाई पर असंतोष जाहिर किया है। आरोपी तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी में देरी को लेकर राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण पर उन्होंने कहा कि रिपोर्ट देखकर बताएंगे। बोस, हालांकि वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ अपनी मुलाकात के बारे में अधिक खुलासा नहीं करना चाहते थे क्योंकि जांच अभी भी जारी है। उन्होंने कहा है कि मुझे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है जिन्हें मैं गोपनीय रखना चाहूंगा क्योंकि जांच अभी भी जारी है।
आपको बता दें कि मुख्य सचिव बीपी गोपालिका, गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती और पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने राजभवन में गुरुवार की शाम बोस से मुलाकात की और उन्हें संदेशखाली में हुई घटना की जांच के बारे में जानकारी दी। राजभवन सूत्रों ने बताया कि बैठक करीब एक घंटे तक चली। यह पूछे जाने पर कि शाहजहां को तुरंत गिरफ्तार करने के राज्यपाल के निर्देश पर अधिकारियों के क्या जवाब थे, बोस ने कहा कि मेरा बयान रिकॉर्ड पर है और इसमें देरी क्यों हुई, इसका कारण मुझे बताया गया है। मैं आश्वस्त हूं और इससे संबंधित विवरण नहीं देना चाहता क्योंकि जांच अभी भी जारी है।