शिक्षकों की बर्खास्तगी के बाद क्या अब सिविक वॉलेंटियर्स पढ़ाएंगे बच्चों को

बंगाल पुलिस के 'अंकुर' प्रोजेक्ट पर क्यों मचा है बवाल

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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अभी शिक्षक भर्ती घोटाले का मामला शांत नहीं हुआ कि फिर एक नया हंगामा खड़ा हो गया है। पिछले कुछ महीनों में कोर्ट के आदेश पर एक-एक कर सैकड़ों फर्जी शिक्षकों की नौकरी चली गई है।

दूसरी ओर हाल ही में ग्रुप-सी में भी कई लोगों की सरकारी नौकरी चली गई। कुल मिलाकर इन नौकरियों में कटौती से स्कूल सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। वे मैन पावर क्राइसिस से जूझ रहे हैं।

एक ओर पद रिक्त होते जा रहे हैं तो दूसरी ओर न्यायालय में कई मामलों के कारण नई भर्ती प्रक्रिया अटकी हुई है। ऐसे में बांकुड़ा जिला पुलिस की ओर से सिविक वॉलेंटियर्स को बच्चों को पढ़ाने की बात पर हंगामा मच गया है।

सिविक वॉलेंटियर्स पढ़ाएंगे मैथ और इंग्लिश

बाकुंड़ा जिला पुलिस की ओर से ‘अंकुर’ नाम की एक योजना चलाई जा रही है। इसमें सिविक वॉलेंटियर्स प्राइमरी छात्रों को मैथ और अंग्रेजी पढ़ाएंगे। एक निजी संस्था की मदद से बांकुड़ा जिला पुलिस अपना अंकुर प्रोग्राम चलाएगी।

बांकुड़ा के पुलिस अधीक्षक वैभव तिवारी ने कहा कि छात्र स्कूल खत्म करने के बाद अपने अंग्रेजी सुधार के लिए विशेष कक्षाएं लेंगे। इसके लिए जिले में करीब 150 सिविक वॉलेंटियर्स का चयन किया गया है। कैसे पढ़ाना है, उस पर संस्था प्रशिक्षित करेगी। परियोजना के लिए जिले के 46 स्कूलों सहित कुल 55 केंद्रों को चुना गया है।

बंगाल की सियासत में हंगामा

बाकुंड़ा पुलिस की ओर से अंकुर प्रोजेक्ट को लेकर हंगामा मच गया है। जहां एक ओर पुलिस कुछ अच्छा करने का निर्णय ले रही है वहीं, विपक्ष के बीजेपी सांसद और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने कहा कि  अब सिविक वॉलेंटियर्स बच्चों को गणित, अंग्रेजी पढ़ाएंगे।

इससे ज्यादा शर्म करने की बात हो नहीं सकती। वहीं, इस बारे में शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा कि बांकुड़ा के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने इस मामले पर निर्णय लिया है।

हमारी राय नहीं ली गई। इसलिए उन्हें हमारी राय लेने के लिए कहा गया है। उसके बाद देखा जाएगा कि यह काम करेगा या नहीं। अभी लॉन्च नहीं किया जा सकता।