17 मार्च को कोलकाता आएंगे अखिलेश

18 मार्च से कोलकाता में होगी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक

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कोलकाताः समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक 18-19 मार्च को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आयोजित की जाएगी।

पार्टी के उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में साल के अंत में तीन हिंदी भाषी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों और अगले साल के आम चुनावों के लिए सपा की नीति और रणनीति पर चर्चा की जाएगी।

सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 11 साल के अंतराल के बाद कोलकाता में आयोजित की जा रही है।

सपा के संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव ने शहर में पिछली बैठक की अध्यक्षता की थी। पार्टी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने बताया कि हमारे पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव 17 मार्च को कोलकाता आएंगे और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। 18 मार्च से हमारी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शुरू होगी।

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विधानसभा और लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा

उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

अखिलेश और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच मुलाकात की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर नंदा ने कहा कि अभी कुछ भी तय नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी शहर में होंगी, तो स्वाभाविक है कि दोनों नेता आपस में मिलेंगे।

पहली बार नहीं हो रही है कोलकाता में बैठक

नंदा ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कोलकाता में आयोजित की जा रही है। 2012 समेत पांच मौकों पर सपा की बैठक शहर में आयोजित की जा चुकी है। हमारी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित की जाती है।

 

गौरतलब है कि, पश्चिम बंगाल में 2021 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान अखिलेश ने ममता के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को समर्थन देने की घोषणा की थी।

इसके बाद, ममता ने 2022 में उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों के लिए राज्य में अखिलेश के पक्ष में प्रचार किया था। बंगाल की तत्कालीन वाममोर्चा सरकार में मंत्री रह चुके नंदा ने साल 2010 में अपनी पश्चिम बंगाल सोशलिस्ट पार्टी का सपा में विलय कर दिया था।