बीरभूम : मुर्शिदाबाद के लालबाग कोर्ट में पूर्व रेलवे की अजीमगंज शाखा में कार्यरत एक ‘वरिष्ठ अनुभाग अभियंता’ के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में मुकदमा दायर किया गया है। अदालत ने उस मामले में पेश नहीं होने पर अधिकारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। शुक्रवार सुबह आरपीएफ और मुरारई थाना पुलिस ने बाजार का चक्कर लगाकर हट्टालापाड़ा स्थित अधिकारी के घर पहुंची और नोटिस लगा दिया। हालांकि उस वक्त घर में कोई नहीं था। आरपीएफ सूत्रों के मुताबिक अधिकारी पर ट्रकों से लदे रेलवे के लोहे की तस्करी करने का आरोप लगाया गया है। सूत्रों के अनुसार घटना की जांच के दौरान हट्टालापाड़ा निवासी रेल अधिकारी का नाम तब सामने आया जब आरपीएफ ने लोहे के रेलवे गोदाम से लोहे की तस्करी करते दो ट्रक बरामद किया। इस दिन क्षेत्र के लोगों को डंका बजाकर इसकी सूचना दी। साथ ही अधिकारी के घर पर नोटिस चिपका दिया। साथ ही सूचित किया गया कि यदि अधिकारी 29 मई तक न्यायालय में उपस्थित नहीं होता है तो उसकी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी।
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स्थानीय निवासियों ने बताया कि कई सालों बाद उन्होंने डंके की आवाज सुनी। इस दिन मोहल्ले में इतनी सारी पुलिस और आरपीएफ को देखकर कई लोग आश्चर्य में आ गए। इसके अलावा उस अधिकारी के खिलाफ इतना बड़ा भ्रष्टाचार का मामला है, इस बात से भी वे अंजान थे। साथ ही उन्होंने बताया कि रेलवे इंजीनियर अपने विशाल घर और जीवन शैली के लिए क्षेत्र में प्रसिद्ध था। इस दौरान आरपीएफ क्राइम ब्रांच के अधिकारी रजत रंजन ने कहा कि उस अधिकारी के खिलाफ रेलवे भ्रष्टाचार के एक मामले में लालबाग कोर्ट में केस दर्ज किया गया है। लिहाजा कोर्ट के आदेश पर उनके घर पर नोटिस टांग दिया गया। 29 मई तक पेश नहीं होने की स्थिति में न्यायालय के आदेशानुसार संपत्ति कुर्क कर ली जायेगी।