लखनऊः भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा मुस्लिम पसमांदा समाज सम्मेलन आयोजित करने पर निशाना साधते हुए बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने बुधवार को इसे बीजेपी और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ) का नया शिगुफा बताया।
बसपा प्रमुख ने बुधवार को ट्वीटकर लिखा कि केवल संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ की खातिर ‘पसमांदा मुस्लिम समाज’ का राग बीजेपी और आरएसएस का अब नया शिगुफा है। मुस्लिम समाज, पहले मुसलमान हैं तथा उनके प्रति, इनकी (भाजपा, संघ) सोच, नीयत, नीति क्या है, यह किसी से भी छिपा नहीं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी की मुस्लिम समाज के प्रति नकारात्मक सोच का परिणाम है कि इनकी सरकार में भी वे लगभग उतने ही गरीब, पिछड़े, त्रस्त एवं जान-माल-मजहब के मामलों में असुरक्षित हैं। जितने वे कांग्रेसी राज में थे। मुस्लिम समाज का, दलितों की तरह उपेक्षित रहना अति-दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण।
गौरतलब हैं कि पिछले सप्ताह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र रामपुर में उपचुनाव के बीच बीजेपी ने लाभार्थी सम्मेलन के रूप में पसमांदा मुसलमानों की भीड़ जुटाई थी।
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इस सम्मेलन में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और राज्य मंत्री बलदेव ओलक सहित अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने रामपुर के गांधी स्टेडियम में मुस्लिमों की एक जनसभा को संबोधित किया था।
बीजेपी की उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में ऐसे कई सम्मेलन करने की योजना हैं।