सागरद्वीप (दक्षिण 24 परगना): पश्चिम बंगाल में नहीं, बल्कि बिहार में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव की दूसरी घटना हुई थी। धूलाबाड़ी और मांगुरजान स्टेशनों के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थर फेंके गये थे।
रेलवे ने सीसीटीवी फुटेज देखकर इसकी पुष्टि की। रेलवे सूत्रों के मुताबिक इस फुटेज को देखकर पत्थरबाजों की तलाश की जा रही है।
इधर, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर हुई पथराव की घटना पर रेलवे का बयान सामने आने के बाद बंगाल की सीएम ममता बनर्जी विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोली है।
उन्होंने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव की घटना बिहार में हुई लेकिन बंगाल को बदनाम किया जा रहा है।
सीएम ने कहा कि हमारे खिलाफ तीन दिन से कई मीडिया इस मुद्दे को बढ़ावा दे रहे हैं। फेक न्यूज दिखायी गयी। बंगाल का अपमान करने की कोशिश की गयी लेकिन उनके खिलाफ कानून अपना काम करेगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव के मसले पर ममता ने कहा, घटना बंगाल में नहीं, बिहार में हुई। बिहार की जनता नाराज हो सकती है। लोकतंत्र में लोगों की नाराजगी हो सकती है। लेकिन बिहार का अपमान करने की इजाजत भी नहीं है। मुझे लगता है कि उनका भी अधिकार है। बिहार में बीजेपी नहीं है, तो क्या उन्हें अधिकार नहीं मिलेगी ?
ममता ने कहा, वंदे भारत क्या है? सिर्फ पुरानी ट्रेन को पेंट किया गया है। इंजन को छोड़कर पुराने रेक है। मैं अपने कार्यकाल में साल में कम से कम 100 ट्रेन सेवाएं दिया करती थीं लेकिन पिछले 11 साल में वंदे भारत ट्रेन को छोड़कर एक भी नई ट्रेन चालू नहीं हुई है।
उन्होंने कहा, मैं उन लोगों की कड़ी निंदा करती हूं जिनका काम बंगाल का नाम खराब करना है। मैं मीडिया से कहूंगी, फेक न्यूज करना बंद करें।
ममता ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, जिनके पास कोई काम नहीं है, वो ही ऐसा करते हैं। उन्हें कुछ तो करना होगा। हर जगह अपनी नकारात्मक सोच फैलाना चाहते हैं। उन्हें अपने अस्वित्व की रक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। मैं उनसे कहूंगी कि निराश न हो।
सीएम ने कहा, मैं हमेशा केंद्र और राज्य के बीच समन्वय बनाकर काम करने के पक्ष में हूं। तो हम कहना चाहते हैं, किसी का एकाधिकार नहीं है। लोकतंत्र में सभी को यह याद रखना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा, केंद्र-राज्य मिलकर काम करेंगे। इसलिए हम कहना चाहते हैं, किसी का एकाधिकार नहीं है। लोकतंत्र में सभी को यह याद रखना चाहिए।
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उल्लेखनीय है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर, 2022 को पश्चिम बंगाल के लिए हावड़ा स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी लेकिन इसके बाद इस एक्सप्रेस ट्रेन पर एक के बाद एक पथराव की घटना हुई। इस एक्सप्रेस ट्रेन पर हुए पथराव के मामले की रेलवे ने जांच शुरू की।
जानकारी के मुताबिक रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस के पत्थरबाजों की पहचान कर उन पर कार्रवाई शुरू कर दी है। रेलवे के अनुसार हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत ट्रेन के रेक में लगे सीसीटीवी कैमरे द्वारा लिए गये वीडियो फुटेज और तस्वीरों के आधार पर ये पहचान की गई है।
इस बारे में पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एकलव्य चक्रवर्ती ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर हुई पथराव की घटना को लेकर कुछ जानकारियां मिली हैं। ट्रेन में लगे सीसीटीवी कैमरों से पता चला कि ट्रेन जब बिहार से गुजर रही थी तभी बंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया गया। यहां तक कि कई लोग ट्रेन के पास खड़े नजर आ रहे हैं।
एकलव्य ने कहा कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह इलाका बिहार में है। परिणामस्वरूप ऐसा लगता है कि बंगाल में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थर नहीं फेंके गये थे।
आपको बता दें कि इस बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आने के बाद बीजेपी नेताओं ने ममता सरकार और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की भूमिका पर सवाल उठाना शुरू कर दिया था।
साथ ही जिस तरह से इस नई एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला किया गया, उसके लिए राज्य प्रशासन को भी निशाने पर लिया गया लेकिन रेलवे का बयान सामने आते ही टीएमसी ने बीजेपी नेताओं पर पलटवार किया।