इसी के मद्देनजर पुलिस व सीआरपीएफ की अलग-अलग टीम बनाकर उच्च अधिकारियों के नेतृत्व में जवानों को सारंडा क्षेत्र के जंगल के रास्ते रोवाम होते हुए उक्त क्षेत्रों में 5 मार्च की सुबह लगभग डेढ़-दो बजे भेजा गया।
सारे जवान अपनी रणनीति के तहत घोर अंधेरा में उक्त जंगल क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाते रहे।
जब कोई सफलता हाथ नहीं लगी तो जवान वापस लौट आए। पुलिस की रात से जारी इस ऑपरेशन से उक्त क्षेत्र के नक्सलियों व ग्रामीणों में खलबली मची हुई है। पुलिस और जंगल में आग से परेशान हैं नक्सली। नक्सली चलायमान जीवन बिताने को मजबूर हैं। सूत्रों के अनुसार वह एक स्थान पर ठहर नहीं रहे हैं तथा प्रतिदिन स्थान को बदल रहे हैं।