ED के समन पर रांची में सियासी हलचल तेज

अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले में भेजा गया समन

111

रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी की और से  समन जारी किए जाने के बाद प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है। खबरें हैं कि बुधवार की शाम को यूपीए विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।

मुख्यमंत्री आवास में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता सीएम हेमंत सोरेन करेंगे। बैठक का आयोजन शाम 5 बजे से किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में सरकार में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस औ राजद के विधायक शामिल हो सकते हैं।

संभव है कि बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी शामिल होंगे। यूपीए विधायक दल की बैठक में ईडी द्वारा जारी समन को लेकर सरकार की रणनीति पर चर्चा हो सकती है।

बता दें कि,  बुधवार सुबह ये खबर आई है कि प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन भेजा है।

मुख्यमंत्री को 3 नवंबर को दिन के साढ़े 11 बजे रांची स्थित ईडी के जोनल ऑफिस में बुलाया गया है। इससे पहले खबरें आई थीं कि ईडी ने रांची स्थित ईडी कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाने की मांग को लेकर पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजा था।

इसकी एक कॉपी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को भी भेजा गया था। तभी से ये खबरें थी कि ईडी प्रदेश के किसी बड़े राजनीतिक शख्सियत को बुलाने की तैयारी में है।

गौरतलब है कि, सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा से मिले कुछ अहम सुरागों के आधार पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के तलब किया गया है।

झारखंड में तेज हो गई है सियासी हलचल
इधर, ईडी के इस कदम के बाद झारखंड में सियासी बयानबाजियां भी तेज हो गई है। बीजेपी ने कहा है कि सीएम हेमंत सोरेन को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर ईडी का सामना करना चाहिए।

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सीएम को समझना होगा कि जनादेश लूट का लाइसेंस नहीं होता। लूट के पाप को वोट से कवर नहीं किया जा सकता।

गोड्डा से लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जब लालू यादव और मधु कोड़ा को ईडी और सीबीआई ने पकड़ा था तो केंद्र में उनकी ही सरकार थी।

वहीं, इस मामले में सत्तापक्ष की ओर से कांग्रेस प्रवक्ता राजीव रंजन ने इसे बदले की कार्रवाई बताते हुए कहा कि बीजेपी, विपक्षी दल के नेताओं की छवि धूमिल करना चाहती है।

गौरतलब है कि,  ईडी ने 19 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को मनी लाउंड्रिंग और अवैध खनन के आरोपों में गिरफ्तार किया था।

ईडी ने चार्जशीट में बताया था कि पंकज मिश्रा ने 42 करोड़ रुपये की मनी लाउंड्रिंग की है। साथ ही ईडी ने चार्जशीट में बताया था कि प्रदेश में 1 हजार करोड़ रुपये से अधिक का अवैध खनन किया गया। फिलहाल, पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में है और रिम्स में उसका इलाज चल रहा है।

हाल ही में ईडी ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ में पता चला कि पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में भी फोन के जरिए अधिकारियों के संपर्क में था। लोगों को धमकाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम का इस्तेमाल करता था।