कोलकाताः पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाला (west bengal primary teacher recruitment scam) में पूर्व अध्यक्ष और टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की।
बुधवार दोपहरईडी के अधिकारी चार्जशीट और सहायक दस्तावेजों के साथ ट्रंक में शहर की सत्र अदालत में पेश हुए।
ईडी सूत्रों के मुताबिक 159 पन्नों की चार्जशीट के समर्थन में ट्रंक में करीब 6000 पन्नों के दस्तावेज हैं। चार्जशीट में प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक के अलावा पांच अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार चार्जशीट में माणिक भट्टाचार्य की पत्नी, बेटा, माणिक के करीबी तापस मंडल के अलावा दो संगठनों के नाम चार्जशीट में आरोपियों की सूची में हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी (ईडी) ने भर्ती भ्रष्टाचार मामले में माणिक भटाचार्य को 10 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। गुरुवार को उस गिरफ्तारी के 60 दिन पूरे हो जाएंगे।
कोर्ट ने ईडी को गिरफ्तारी के 60 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल की। ईडी ने बुधवार यानी 59वें दिन ही चार्जशीट पेश कर दी। प्राथमिक शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में माणिक भट्टाचार्य पर पैसे के बदले नौकरी की सिफारिश देने का आरोप लगा था।
इसे भी पढ़ेंः पीएम नरेंद्र मोदी एमएसपी की कानूनी दें गारंटीः सुखपाल सिंह खैरा
केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में कॉलेज की मंजूरी को लेकर भी कई जानकारियां हैं। चार्जशीट में माणिक के बेटे शौभिक भट्टाचार्य पर बीएड और डीएलएड कॉलेजों के उन्नयन के लिए 50 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया गया है।
कुछ दिन पहले माणिक की पत्नी समेत एक मृत व्यक्ति के बैंक खाते में 3 करोड़ रुपये भी मिले थे। बता दें कि, माणिक भट्टाचार्य राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी हैं।
पार्थ चटर्जी की सहमति से माणिक लगभग एक दशक तक प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रहे। पार्थ के शिक्षा मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान नियुक्तियों में भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए थे। माणिक के मामले में पार्थ शामिल होगा या नहीं।