हाड़ कंपाने वाला मैच और अर्जेंटीना बना चैंपियन…

मेस्सी और एम्बाप्पे दोनों ने दिखाया जादू

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दोहा : फीफा विश्व कप 2022 (Fifa World Cup 2022) आखिरकार खत्म हो गया । इसी के साथ वो इंतजार भी खत्म हो गया जो 1986 के बाद से अर्जेंटीना को था। 2006 के बाद से मेसी को था और पिछले कई सालों से इंतजार कर रहे मेसी के फैंस को था । फाइनल मैच वो भी इतना रोमांचक शायद ही फूटबॉल विश्व कप के इतिहास में हुआ है। लेकिन अंत में अर्जेंटीना को जाकर पेनेल्टी में जीत हासिल हुई । इस जीत के साथ ही अब वो चर्चा पर भी विराम लग गया जो पिछले कई सालों से चल रहा था कि मेस्सी महान है या नहीं। एक बार फीफा विश्व कप और दो बार गोल्डन बॉल जीतकर मेसी ने यह साबित कर दिया की फिलहाल वो फूटबॉल इतिहास के अब तक के सबसे महान खिलाड़ी है।

कैसा रहा मैच…

मैच की शुरूआत हुई, अर्जेंटीना की टीम जैसे सर पर कफन बांध कर आई थी कि इस बार मेसी को विश्व चैंपियन बनाकर ही दम लेंगे। खेला भी वैसे ही, शायद पूरे विश्व कप में फ्रांस के विरूद्ध पहले हाफ में किसी न खेला हो । पहले हॉफ में पूरी तरह से अर्जेंटीना फ्रांस पर चढ़कर खेली। चोट के बाद एंजेल डी मारिया को दो मैचों के बाद पहले हाफ में उतारा गया और उन्होंने अपना जादू भी दिखाया। सबसे पहले तो उन्होंने अर्जेंटीना को पेनेल्टी दिलाया इसके बाद फिर से उन्होंने पहले हाफ का खेल खत्म होने से पहले गोल कर अर्जेंटीना को 2-0 से बढ़त दिला दी। सितारों से सजी फ्रांस की टीम पहले हाफ में बॉल लेने के लिए भी तरसती नजर आई।

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एम्बाप्पे ने कराई वापसी
दूसरे हाफ में भी अर्जेंटीना ने आक्रमक रूख अपनाए रखा। लगभग 80 मिनट तक के खेल में अर्जेंटीना ने शानदार बढ़त बनाए रखी । लेकिन अब बारी थी फ्रांस के पलटवार की । फ्रांस के लिए 79वें मिनट में फ्रांस के कोलो मुआनी अर्जेंटीना के पेनल्टी बॉक्स में बॉल लेकर पहुंचे। अर्जेंटीना के ओटामेंडी ने उन पर फाउल किया। जिसके चलते रेफरी ने फ्रांस को पेनल्टी शूट करने का मौका दे दिया। कीलियन एम्बाप्पे ने पेनल्टी ली और बॉटम लेफ्ट कॉर्नर में शॉट मारा। 80वें मिनट में स्कोर लाइन 2-1 होने के बाद फ्रांस ने अटैक करना जारी रखा। 81वें मिनट में फ्रांस के कॉमान ने बॉल लेकर साथी प्लेयर कीलियन एम्बाप्पे को दी। एम्बाप्पे ने थुराम को बॉल दी। थुराम ने टाइम बर्बाद नहीं किया और वापस एम्बाप्पे को ही बॉल दे दी। एम्बाप्पे फिर हाफ-वे लाइन से अर्जेंटीना के पेनल्टी बॉक्स तक अकेले ही बॉल ले गए। उन्होंने अर्जेंटीना के डिफेंडर्स को छाकाया और बॉटम लेफ्ट कॉर्नर की ओर शॉट मार दिया। अर्जेंटीना के गोलकीपर एम्बाप्पे के इस शॉट को गोल में जाने से रोक नहीं पाए। इस गोल के बाद स्कोर लाइन 2-2 से बराबर हो गई।

एक मिनट के भीतर दो गोल करके फ्रांस ने भी अपने इरादे बता दिए की वो भी लगातार दूसरी बार विश्व कप जीतने के लिए मैदान पर उतरे है। मैच खत्म होने तक दोनों टीमों ने दो-दो गोल दागे। फिर मैच के एकस्ट्रा टाइम के पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ।

एकस्ट्रा टाइम के दूसरे हाफ में अर्जेंटीना के प्लेयर जूलियन अल्वारेज बॉल लेकर फ्रांस के पेनल्टी बॉक्स की ओर गए। उन्होंने मेसी को पास दिया। मेसी ने लौटारो मार्टीनेज को बॉल दी। मार्टीनेज ने गोल की तरफ शॉट मारा। लेकिन, बॉल फ्रांस के गोलकीपर से टकरा कर लियोनल मेसी के पास चली गई। मेसी ने गोल की तरफ शॉट मारा। तभी बॉल गोल के अंदर खड़े फ्रांस के डिफेंडर के पास आ गई। डिफेंडर ने बॉल को गोल से बाहर पहुंचा दिया। लेकिन, रेफरी ने इसे गोल करार दिया। दरअसल, डिफेंडर के बाहर पहुंचाने से पहले ही बॉल अंदर टप्पा खा चुकी थी। इस कारण अर्जेंटीना को गोल मिला और उनकी बढ़त 3-2 की हो गई।

अंतिम समय का रोमांच
अब लगा था अर्जेंटीना मैच निकाल कर लेकर जायेगी लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। 116वें मिनट में फ्रांस के कीलियन एम्बाप्पे अर्जेंटीना के पेनल्टी बॉक्स की तरफ गए और गोलपोस्ट की ओर शॉट मारा। बॉल बॉक्स में खड़े अर्जेंटीना के गोंजालो मोंटिएल के हाथ से टकरा गई। इसके बाद भी गेम जारी रहा। फ्रांस ने हैंडबॉल को चैलेंज किया। रेफरी ने हैंडबॉल देख ली थी और फ्रांस की अपील से पहले ही उन्हें पेनल्टी दे दी। फ्रांस के लिए मैच में 2 गोल दाग चुके कीलियन एम्बाप्पे ने एक बार फिर पेनल्टी ली। उन्होंने इस बार बॉटम राइट साइड पर शॉट मारकर टीम को बराबरी दिला दी। इस गोल के बाद स्कोर लाइन 3-3 हो गई। एकस्ट्रा टाइम में भी गोल तीन तीन के बराबर रहा।

फिर आया ऐतिहासिक क्षण
स्कोर तीन-तीन से बराबर रहने के बाद। मैच पेनेल्टी तक जा पहुंचा । जिसमे अर्जेंटीना के गोलकीपर ने शानदार खेल दिखाते हुए फ्रांस के दो शॉट को रोका और अर्जेंटीना को 4-2 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई । इस जीत के साथ अर्जेंटीना के 1986 के बाद विश्व विजेता बनने के सूखे को खत्म किया । वहीं मेसी को विश्व विजेता बनने का सपना भी पूरा हो गया।

किसे क्या मिला…

अर्जेंटीना को विश्व चैंपियन बनाने वाले लियोनल मेसी को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट यानी गोल्डन बॉल दिया गया। वहीं फाइनल में हैट्रिक जमाने वाले किलियन एम्बापे को सबसे ज्यादा गोल करने के लिए गोल्डन बूट से नवाजा गया।

गोल्डन बॉल अवॉर्ड- लियोनेल मेसी (अर्जेंटीना)
गोल्डन बूट अवॉर्ड- किलियन एम्बाप्पे (फ्रांस)
गोल्डन ग्लव्स अवॉर्ड- इमिलियानो मार्टिनेज़ (अर्जेंटीना)
बेस्ट यंग प्लेयर अवॉर्ड- एन्ज़ो फर्नांडीज़ (अर्जेंटीना)
फीफा फेयर प्ले अवॉर्ड- इंग्लैंड