ट्रैफिक पुलिस से बहस करना पड़ेगा महंगा, अब वर्दी पर होगा बॉडी ऑन कैमरा

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रांची : राजधानी रांची में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर अगर आप ट्रैफिक पुलिस से उलझे तो यह आपको महंगा पड़ सकता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि नियम तोड़ने पर जुर्माना काटते समय अगर पुलिसकर्मियों से कहा-सुनी, धक्का-मुक्की हुई तो पूरी घटना दर्ज हो जाएगी. इसके लिए विशेष टीम में शामिल ट्रैफिक पुलिस, कनिष्ठ अधिकारियों व कर्मचारियों को अत्याधुनिक बॉडी ऑन कैमरों से लैस किया गया है. झारखंड पुलिस मुख्यालय ने रांची सहित राज्य के यातायात जिले के लिए 355 बॉडी ऑन कैमरे उपलब्ध कराये हैं. रांची के विभिन्न क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपे गए 118 यातायात पुलिस कर्मियों को पहले प्रशिक्षित किया गया, इसके बाद उनके लिए बॉडी ऑन कैमरा उपलब्ध कराई गई. कंपनी के प्रतिनिधियों ने ट्रैफिक कंट्रोल रूम में आसानी से संचालित होने वाले हैंडी कैमरे की विशेषताओं और उपयोग के बारे में बुनियादी जानकारी भी दी. बताया गया है कि क्लिप के जरिए वर्दी की जेब पर कैमरा लगाया जा सकता है.

 

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ट्रैफिक पुलिस रिकॉर्डिंग को सबूत के तौर पर सुरक्षित रखेगी

यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए शहर में 100 जगहों पर यातायात पुलिसकर्मी तैनात हैं. ट्रैफिक सार्जेंट रंजन प्रसाद ने बताया कि राजधानी में वीआईपी, प्रमुख और व्यस्त सड़कों पर 40 ट्रैफिक पुलिस बूथ हैं. इसके अलावा अन्य इलाकों में भी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को कटिंग साइट पर तैनात किया गया है. सभी 43 कनीय पुलिस पदाधिकारियों के मताहत सुगम यातायात और एमवी एक्ट के उल्लंघन पर चालक पर कार्रवाई करने में योगदान कर रहे हैं. जुर्माना अदा करने का विरोध करने वाले मोटर चालकों के फुटेज को रिकॉर्ड करने के बाद ट्रैफिक पुलिस इसे सबूत के तौर पर सुरक्षित रखेगी. बताया गया कि बाद में यह सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट करने की संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने में साक्ष्य के तौर पर भी काम आएगा. ऑटोमेटिक वीडियो कैमरे नहीं होने के कारण कई बार वाहन चालक नियम तोड़ने के आरोप से मुंह फेर लेते हैं और ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को दोष देते हैं. शहर के अलग-अलग इलाकों में वाहन चालक एमवी एक्ट के नियमों का उल्लंघन कर चालान काट कर हंगामा करते हैं. जुर्माना भरने से बचने के लिए कई बार वाहन चालक तमाशा करते हैं और खुद को बेकसूर बताते हुए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर ब्लैकमेल करने, पैसे मांगने और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हैं. ऐसे में उस चौकी के आसपास तमाशबीनों की भीड़ जमा हो जाती है और जाम लग जाता है. इसी वजह से यह व्यवस्था की जायेगी ताकि अब कैमरा में सबकुछ सेव हो जाए और वहां की वास्तविक स्थिति रिकॉर्ड हो जाएं.