आसनसोल: आसनसोल की एक विशेष अदालत ने कंबल वितरण के दौरान मारे गए लोगों के मामले में गिरफ्तार भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी को आठ दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया है। वहीं रविवार को जितेंद्र तिवारी को कोर्ट से बाहर निकालने के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने रास्ते में धरना दिया।
पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी की गिरफ्तारी से आसनसोल में तनाव बढ़ गया है। आसनसोल के पूर्व मेयर को शनिवार को गिरफ्तार करने के बाद आसनसोल नॉर्थ थाने की पुलिस रात में उन्हें थाने ले आई। जितेंद्र को रविवार सुबह आसनसोल की विशेष अदालत में पेश किया गया। पेशे से वकील भाजपा नेता ने कोर्ट में अपनी पैरवी की।
इससे पहले, पुलिस से घिरे जितेंद्र तिवारी ने अदालत जाने के दौरान कहा कि तृणमूल सरकार या पुलिस नहीं, आसनसोल के लोग अंतिम फैसला करेंगे। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों की ओर इशारा किया।
वहीं जितेंद्र तिवारी ने कोर्ट में अपनी पैरवी करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कल यानी सोमवार को इस मामले में सुनवाई होनी है। इसलिये मुझे पुलिस हिरासत में भेजा जाए, लेकिन दो दिन के लिए। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर जरूरत पड़ने पर 12 दिन की पुलिस हिरासत में दे दें। लेकिन आज दो दिन की पुलिस कस्टडी दीजिए।
हालांकि न्यायाधीश ने उनकी याचिका को खारिज करते हुए उन्हें आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (अनैच्छिक हत्या), 308 (अनैच्छिक हत्या का प्रयास), 34 धारा (संयुक्त रुप से किसी घटना का आयोजन करना) के तहत मामला दर्ज किया है ।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल 14 दिसंबर को आसनसोल के 27 नंबर वार्ड की पार्षद जितेंद्र तिवारी की पत्नी चैताली तिवारी की पहल पर कंबल वितरण समारोह आयोजित किया गया था।
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भी वहां मौजूद थे। उनके कार्यक्रम से जाने के बाद कंबल लेने की होड़ मच गई। इस दौरान मची भगदड़ में कई लोगों की कुचलकर मौत हो गई।
इस घटना की वजह से तिवारी दंपति आलोचनाओं के घेरे में आ गए। इसके अलावा, पुलिस ने बताया कि कार्यक्रम आयोजन के लिए उनसे कोई अनुमति नहीं ली गई थी। मामला कोर्ट में गया।
पुलिस ने जितेंद्र और उनकी पत्नी से कई बार पूछताछ की। इसके बाद शनिवार को आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के खुफिया विभाग और आसनसोल नॉर्थ थाने की पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर जितेंद्र तिवारी को नोएडा के यमुना एक्सप्रेस-वे से गिरफ्तार कर लिया।
वहां से जितेंद्र को दमदम एयरपोर्ट होते हुए दमदम सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां मेडिकल जांच के बाद पुलिस उन्हें आसनसोल ले आई।