रामगढ़ : परिवहन के धंधे में टैक्स की चोरी की बात आती है तो सबसे पहले भारी वाहन मालिकों पर नजर जाती है लेकिन ऑटो मालिक भी टैक्स की चोरी करने में पीछे नहीं है। यह टैक्स का भार इतना बढ़ गया है कि परिवहन विभाग इसे झेलने की स्थिति में नहीं है। नतीजन राज्य सरकार अब इसे वसूलने की तैयारी में लग गई है।
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रजिस्टर्ड पते पर नहीं मिल रहे ऑटो मलिक
परिवहन विभाग के सामने टैक्स वसूली के दो रास्ते हैं। पहले रास्ता है कि ऑटो मलिक को नोटिस किया जाए और उनसे टैक्स जमा करने को कहा जाए लेकिन इस रास्ते में सबसे बड़ी अड़चन यह है कि रजिस्टर्ड पते पर ऑटो मालिक मिल ही नहीं रहे हैं। ऑटो खरीदने वाला मालिक जिस पते का इस्तेमाल खरीदते वक्त कर चुका है। जब नोटिस लेकर कर्मचारी वहां जाते हैं तब वहां उस नाम का आदमी नहीं मिलता है। नतीजा यह है कि टैक्स जमा नहीं हो पा रहा है। अब राज्य सरकार ने उस बकाया टैक्स पर जुर्माना भी लगा दिया है, जिसकी वजह से यह टैक्स और भी बड़ा हो गया है।
300 से अधिक ऑटो मालिकों ने नहीं जमा किए टैक्स
अकेले रामगढ़ जिले में 300 से अधिक ऑटो मालिकों ने टैक्स की चोरी की है। सबसे बड़ी बात यह है कि ऑटो मालिकों का पता लगा पाना ही मुश्किल हो रहा है। अब परिवहन विभाग ने सीधे ऑटो को ही अपना निशाना बनाने की ठान ली है।
जिला परिवहन पदाधिकारी दिवाकर द्विवेदी ने बताया कि ऑटो मालिकों से टैक्स वसूली का आखिरी रास्ता एक ही है कि हर चौक-चौराहे पर ऑटो को रोका जाए। उन्होंने बताया कि जल्द ही टीम तैयार कर ली जाएगी और जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जांच अभियान चला कर ऑटो मालिकों से टैक्स की वसूली की जाएगी। टैक्स पर लगा जुर्माना भी ऑटो मालिकों को देना पड़ेगा।