बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लेकर दिया बड़ा बयान

619

झारखंड : झारखंड में बीजेपी विधायक दल के नेता और राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लेकर बड़ा बयान दिया है। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भारत की वर्तमान सरकार की लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए आलोचना करने वाले राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह तख्तापलट की साजिश रचने के लिए विदेशी मदद मांगने के समान है। बाबूलाल मरांडी ने राहुल गांधी पर वंशवाद का आरोप लगाते हुए भी उन पर तीखा हमला बोला है। फिलहाल इस पर कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बाबूलाल मरांडी ने आधिकारिक ट्विटर पर लिखा कि “राहुल गांधी ने भारत में लोकतंत्र को बचाने के लिए ब्रिटेन की संसद से अपील की है। भारत के विपक्ष का सबसे बड़ा नेता अपने देश (भारत) की सत्ता को बदलने के लिए दूसरे देश से खुलेआम अपील कर रहा है?” क्या यह तख्तापलट की साजिश के लिए विदेशी मदद मांगने के समान नहीं है?” बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा है कि “माता-पिता से गुहार लगाकर अयोग्य, अयोग्य उत्तराधिकारियों का वोट हासिल करने के लिए वंशवादी राजनीति के नाम पर लूट कुछ दिनों तक चल सकती है, हमेशा के लिए नहीं ,समय बदल रहा है, लोग समझ रहे हैं।

 

यह भी पढ़ें:जादवपुर यूनिवर्सिटी में बने तालाब में तैरता मिला पूर्व छात्र का शव

 

गौरतलब है कि राहुल गांधी इस समय ब्रिटेन के दौरे पर हैं। इस दौरान राहुल गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी गए और लेक्चर दिए। राहुल गांधी ने भारत की मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। बीबीसी के दफ्तर पर आईटी के छापे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार ने मीडिया को नियंत्रित कर रखा है। पत्रकारों को सच बोलने और लिखने से रोका जा रहा है। हालाँकि, राहुल गांधी के उक्त बयान ने भारत में सत्ताधारी दल की तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। राहुल गांधी के बयान पर भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, प्रवक्ता शहजाद पूनावाला और केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी समेत कई अन्य नेताओं ने तीखी टिप्पणियां की। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी देश की संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं। हालांकि कांग्रेस ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश जाकर कहते हैं कि आजादी के 70 साल बाद भारत में कुछ नहीं हुआ तो क्या यह देश का अपमान नहीं है।