”बांग्लार माटी, बांग्लार जल” हुआ राज्य का गान

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कोलकाता : बांग्लार माटी, बांग्लार जल- आज से राज्य का गान हो गया। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी आज घोषणा कर दी है। साथ ही साथ उन्होंने इसे राष्ट्रगान के समान दर्जा देने का आदेश भी दिया है। लेकिन अब इसपर बवाल मच गया है। बीजेपी ने इस फैसले को संघीय ढांचे के खिलाफ बताया है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘हमने आज से शुरुआत कर दी है।. प्रस्ताव पहले ही पारित हो चुका था। इस बार मुख्यमंत्री ने रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित बांग्लार माटी, बांग्लार जल को राज्य का गान घोषित कर दिया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मैं सभी से अनुरोध करूंगी। जब आप यह गाना गाएंगे तो हर कोई खड़ा होकर सम्मान देगा। हम कल फिल्म फेस्टिवल में भी ऐसा ही करेंगे।’

पश्चिम बंगाल दिवस और राज्य गीत चयन पर निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री ने 29 अगस्त को नवान्न सभा में एक बैठक बुलाई। वहां उन्होंने रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित गीत ‘बांग्लार माटी बांग्लार जल’ को राज्य गान के रूप में तय करने की इच्छा व्यक्त की। हालाँकि, उस दिन कोई सहमति नहीं बन पाई।
7 सितंबर को विधानसभा में यह प्रस्ताव लाया गया था। लेकिन उस दिन चर्चा नहीं हो पाई थी और अंततः मुख्यमंत्री ने सोमवार को इसकी घोषणा की। लेकिन बीजेपी ने मुख्यमंत्री के सामने राज्य के राष्ट्रगान पर आपत्ति जताई।