रिम्स में मरीजों के गंदे चादर को देखकर भड़के बन्ना गुप्ता

 पदाधिकारियों की जमकर लगाई क्लास

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रांचीः राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में कुछ न कुछ कमियां देखने को मिलती रही है। आज शुक्रवार को रिम्स में मरीजों के गंदे चादर देखकर स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता बिफ गये। उन्होंने कहा कि इस तरह की व्यवस्था जब मरीज का इलाज कम संक्रमण ज्यादा होने की संभावना है।

इससे पहले वे सीटीवीएस विभाग में भर्ती मरीजों को देखने पहुंचे थे और उन्होंने पाया कि अधिकतर मरीज के पेट में बिछी चादर गंदे हैं जिसके बाद उन्होंने वहां मौजूद रिम्स के पदाधिकारियों की जमकर क्लास ली।

रिम्स में झारखंड सरकार और सत्य साई हृदय अस्पताल के द्वारा शुक्रवार से तीन दिवसीय राज्य स्तरीय निःशुल्क हृदय जांच शिविर लगाया गया था। पहले दिन शिविर में रांची, पूर्वी सिंहभूम, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, गुमला, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम जिले के हृदय रोग से ग्रसित मरीजों की स्क्रीनिंग होगी। पूर्व में इन मरीजों का उपरोक्त जिलों के स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा स्क्रीनिंग की गई ।

पांच नवंबर को देवघर, पलामू, चतरा, दुमका, गोड्डा, गढ़वा, जामताड़ा, कोडरमा, लातेहार, पाकुड़ और साहेबगंज जिले के हृदय रोग से ग्रसित मरीजों की स्क्रीनिंग होगी। छह नवंबर को हजारीबाग, खूंटी, लोहरदगा और रामगढ़ जिले के हृदय रोगियों की जांच की जाएगी।

जांच के बाद मरीजों को प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा राजकोट एवं अहमदाबाद में संचालित सत्य साईं हृदय अस्पताल में रेफर किया जाएगा, जहां मरीजों का पूरा इलाज मुफ्त में किया जाएगा। वहीं आने जाने के लिए भी सरकार की ओर से मरीजों को दस हजार रुपए राशि दी जाएगी।

मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह उपस्थित रहें। मौके पर सत्य साईं हृदय अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज भिमानी, रिम्स के निदेशक डा कामेश्वर प्रसाद, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर अभियान निदेशक विद्यानंद शर्मा पंकज, निदेशक प्रमुख डा कृष्ण कुमार, उपनिदेशक डा बुका उरांव समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहें।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा की 5 प्रतिशत ऐसे डॉक्टर है जो रिम्स की उन्नति में बाधक है। वह प्रिंस का नाम बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने इशारे में रिम्स केसीटीबीएस विभाग की ओर इशारा करते हुए कहा यहां डॉक्टरों की लड़ाई में मरीजों की परेशानी हो रही है और रिम्स की बदनामी हो रही है।

इसके बाद उन्होंने सीटीवीएस विभाग के डॉक्टर के साथ बैठक कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि किसी तरह की अनियमितता अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

 

 

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