हो जाएं सावधान ! पैर पसारने लगा है H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस
15 मार्च को आठवीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है
नई दिल्ली । केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में सरकार ने एच3एन2 इन्फ्लूएंजा (H3N2) वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बुधवार यानी 15 मार्च को आठवीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है।
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बता दें कि यह छुट्टी 16 मार्च से 26 मार्च तक के लिए की गई है। यह फैसला H3N2 के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है।
गौरतलब है कि बच्चों में H3N2 इन्फ्लुएंजा के बढ़ते प्रभाव के कारण पुडुचेरी, कराईकल, माहे और यनम के सभी चार क्षेत्रों के स्कूलों के लिए यह आदेश लागू किया है। शून्य काल के दौरान विधानसभा में गृह और शिक्षा मंत्री ए. नमशिवायम (A.Namassivayam) ने कहा कि बच्चों में इन्फ्लूएंजा के प्रसार को देखते हुए सरकार ने पहली क्लास से आठवीं कक्षा तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में 26 मार्च तक अवकाश का ऐलान किया। पुडुचेरी के स्वास्थ्य विभाग ने 11 मार्च को कहा था कि यहां में चार मार्च तक एच3एन2 की तरह या उससे संबंधित 79 मामले सामने आए हैं।
आखिर क्यों बढ़ रहा है H3N2?
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के रेस्पिरेटरी, क्रिटिकल केयर एंड स्लीप मेडिसिन कंसलटेंट के सलाहकार डॉ विनी कांट्रो ने बढ़ते मामले के संभावित कारणों के बारे में बताया कि मौसमी बदलाव, वायरस के उत्परिवर्तन और अर्थव्यवस्था पूरी तरह खुल जाने के कारण हो सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि “बच्चे स्कूल जा रहे हैं और वे इसे बुजुर्गों तक पहुंचा रहे हैं। एक देश से दूसरे देश की यात्राएं हो रही हैं। पिछले दो सालों में कोविड प्रमुख वायरस रहा है और उस दौरान प्रतिबंध भी रहे, लेकिन प्रतिबंधों में छूट और सामान्य स्थिति की वापसी के साथ ही H3N2 का प्रकोप बड़ता जा रहा है।
अभी तक देश में कितने केस सामने आए हैं ?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालाय के द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक इस साल 2 जनवरी से 5 मार्च तक 451 H3N2 इन्फ्लूएंजा के मामले आए हैं। देश में सबसे पहली मौत कर्नाटक में हुई थी। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनुसख मंडाविया ने हाल ही में बैठक भी की थी।