कोलकाता। बीजेपी से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में वापसी करने वाली 4 आदिवासी महिलाओं को एक किलोमीटर तक दंडवत कराने के मामले में राष्ट्रपति को पत्र लिखा है।
प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और अनुसूचित आयोग के चेयरमैन को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की ताकि भविष्य में आदिवासी महिलाओं के साथ इस तरह का व्यवहार न हो।
बता दें, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दो दिन पहले आदिवासी महिलाओं को वीडियो पोस्ट किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी में शामिल होने के कारण उनसे दंडवत करवाया गया था।
राष्ट्रपति को भेजे पत्र में सुकांत मजूमदार ने लिखा, मैं आपके सामने एक दर्दनाक घटना पेश कर रहा हूं। मेरे लोकसभा क्षेत्र बालुरघाट के अंतर्गत आने वाले तपन विधानसभा क्षेत्र में आदिवासी परिवारों के लगभग 200 लोग बीजेपी में शामिल हुए थे। टीएमसी नेतृत्व के एक वर्ग को यह अच्छा नहीं लगा।
टीएमसी के गुंडों ने डरा धमकाकर उन्हें फिर से पार्टी में शामिल होने के लिए मजबूर किया। अगर यह लोकतांत्रिक होता, तो हम कुछ नहीं कहते लेकिन उन्हें अमानवीय तरीके से दंडवत करते हुए टीएमसी कार्यालय में जाने के लिए मजबूर किया गया है।
उन्होंने पत्र में यह भी लिखा, पिछली घटनाओं और तरह-तरह की टिप्पणियों से यह साफ है कि आदिवासियों के प्रति टीएमसी नेताओं की मानसिकता साफ है लेकिन इसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पिछड़े वर्ग के लोगों के प्रति हमेशा ईमानदार और संवेदनशील रहे हैं।
दूसरी ओर, इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने डीजीपी से रिपोर्ट तलब की है।
सुकांत ने राष्ट्रपति के अलावा राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष को भी पत्र लिखा है। उन्होंने तपन कांड की जांच की मांग की। उन्होंने घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बता दें, राज्य में जल्द ही पंचायत चुनाव होने वाले हैं। उसके बाद साल 2024 में लोकसभा चुनाव होगा। उससे पहले बीजेपी राज्य में राजनीतिक हिंसा को टीएमसी के खिलाफ ‘हथियार’ बना चुकी है। अब बीजेपी ने आदिवासियों के साथ दुर्व्यवहार का मुद्दा उठाया है।
वहीं, टीएमसी ने भी इस घटना की निंदा की है। प्रदीप्ता चक्रवर्ती को महिला टीएमसी जिलाध्यक्ष के पद से पहले ही हटाया जा चुका है। उनकी जगह स्नेहलता हेम्ब्रम को लाया गया। वह भी अनुसूचित जाति समुदाय से हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में दक्षिण दिनाजपुर के तपन में लगभग 200 महिलाओं ने अपने परिवारों के साथ टीएमसी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गईं थीं। उसके बाद, उनमें से 4 को दण्डस्वरूप दंडवत करवाया गया था।
उधर, आदिवासी महिलाओं को दंडवत करवाने और उनसे मारपीट करने के विरोध में उत्तर कोलकाता बीजेपी महिला मोर्चा ने थाना घेराव कार्यक्रम किया। साथ ही बहूबाजार थाने का भी घेराव किया गया। बीजेपी नेत्री पूर्णिमा चक्रवर्ती के नेतृत्व में बहूबाजार थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया और ज्ञापन भी सौंपा गया।