पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा को लेकर लगातार सुर्खियों में है। लेकिन अब मतपेटियों को बदलने का आरोप लग रहे हैं। मतपेटियां मतगणना केंद्र पर पहुंच चुकी हैं लेकिन मतपेटी का मुंह, जिसे सील किया जाना चाहिए, खुला है। इसे लेकर वहां काम करने वाले सरकारी कर्मचारी सवालों के घेरे में आ गए हैं। घटना का एक वीडियो सीपीएम नेता मोहम्मद सलीम ने पोस्ट किया था। उस वीडियो को पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, ”लोग सिंगुर डीसीआरसी में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अभी लूट नहीं हुई है। सीलबंद मतपेटियों को खोलने का प्रयास करते रंगे हाथ पकड़ा गया।”
उन्होंने कहा कि मतदान अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं है। नियम पुस्तिका का पालन करने की बात कही गयी है लेकिन चुनाव अधिकारी केवल कालीघाट के आदेशों का पालन कर रहे हैं। मोहम्मद सलीम द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में सिंगुर के बैंचीपोटा ग्राम पंचायत के अंतर्गत कलियारा प्राइमरी स्कूल की तस्वीर दिख रही है। वहां रखे मतपेटी का कपड़े का कवर खुला हुआ है और विपक्ष ने उस पर सवाल उठाया है। वहां कार्यरत सरकारी कर्मियों से पूछताछ की गयी है कि बक्से का कपड़ा खुला क्यों था।
सीपीआईएम हुगली जिला सचिवालय के सदस्य सौमित्र चट्टोपाध्याय ने कहा कि वे रविवार रात करीब 11 बजे डीसीआरसी में थे। तभी कलियारा 58 नंबर की मतपेटी काउंटर पर आ गई, लेकिन हमने देखा कि इस मतपेटी की ऊपरी कपड़े की सील कटी हुई थी जब उन्होंने तुरंत विरोध किया तो इसे दोबारा सील कर दिया गया।
#PaharayPublic at Singur DCRC.
Loot is not yet completed. Attempt to reopen sealed ballot box caught red handed. Poll official has no answer.
Activists asking SEC to follow rule book. SEC is only following instructions from Kalighat. pic.twitter.com/DtQew6lBkY— Md Salim (@salimdotcomrade) July 9, 2023
सीपीएम नेता ने यह भी कहा कि ”हम शुरू से ही चुनावी धोखाधड़ी के बारे में बात करते रहे हैं। मतदान के बाद भी वह प्रयास जारी है लेकिन हम सतर्क नजर रख रहे हैं। वहीं सीपीएम के इस आरोप का स्थानीय बीजेपी नेतृत्व ने भी समर्थन किया है। सिंगुर विधानसभा के भाजपा संयोजक सुकांत बर्मन ने भी घटना की जांच की मांग की। हालांकि, सिंगुर ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंदा धारा ने सीपीएम और बीजेपी के आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि ”मैं सोशल मीडिया वीडियो के बारे में नहीं जानता हूं।”
उन्होंने कहा कि ” अगर कुछ भी गलत होता है तो कोई भी राजनीतिक दल जिम्मेदार नहीं है। वह तो मतदान कर्मियों का मामला है। सिंगुर में मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। चुनाव में लोगों ने सीपीएम, बीजेपी से मुंह मोड़ लिया है। इसलिए उनके पैरों तले कोई जमीन नहीं है। इसीलिए वे ऐसी शिकायतें कर रहे हैं। इस संबंध में सिंगुर ब्लॉक प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि जब काउंटर पर मतदान कर्मियों से मतपेटी ली गयी तो मतपेटी में लिपटा कपड़ा खुल गया। बताया जा रहा है कि बक्से की सील किसी भी तरह से नहीं खुली थी।