कोलकाता: चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ से निपटने के लिए सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में आपात बैठक की।
इसके बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में आश्वासन दिया, डरने या घबराने की कोई बात नहीं है। सरकार स्थिति पर नजर रख रही है। मैं इसे वैसे ही संभालूंगी, जैसे मैंने पिछले चक्रवात को संभाला था। राज्य सरकार पूरी तरह से सतर्क है।
उन्होंने कहा कि यदि यह अधिक ताकत जुटाता है। बंगाल की खाड़ी के साथ उत्तर और उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ सकता है। ममता ने कहा कि तूफान का असर कहां और कब पड़ेगा, इसकी भविष्यवाणी करने के लिए सरकार ने अग्रिम योजना बनाई है।
सीएम ममता ने कहा, पूर्वानुमान को माना जाए तो मंगलवार और बुधवार को बंगाल के संबंधित इलाकों में कुछ देर तूफानी बारिश हो सकती है।
बुधवार को समुद्री चक्रवात बन सकता है। अगर ऐसी स्थिति आती है तो हमने दीघा और सुंदरबन जैसे इलाकों में 10 और 11 मई को बचाव अभियान की तैयारी की है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई दिक्कत आती है तो हम जल्द से जल्द बचाव कार्य शुरू कर देंगे। उसके बाद संभावना है कि यह तूफान बांग्लादेश से होते हुए म्यांमार तक जाएगा लेकिन साथ ही ममता ने कहा कि तूफान के लिए जिले में नियंत्रण कक्ष भी बनाए गए हैं।
ममता ने नवान्न में एक संवाददाता सम्मेलन से मौसम की नवीनतम रिपोर्ट देते हुए कहा, डरने या घबराने का कोई कारण नहीं है। हमने पिछले चक्रवातों को संभाला है, इस बार भी सावधान रहेंगे।
उन्होंने कहा, हमने कंट्रोल रूम खोल दिये हैं। मुख्य सचिव ने चक्रवात को लेकर बैठक भी की। राहत सामग्री काफी है। जिलाधिकारी को दिए 25 लाख के तिरपाल और कपड़े दिये गये हैं। राज्य सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री है।
मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक दबाव बन गया है। मंगलवार तक यह डिप्रेशन और तेज होकर एक ही जगह बना रहेगा। यह 10 मई को एक चक्रवाती तूफान में तीव्र हो जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार 12 तारीख को यह दिशा बदलकर बांग्लादेश म्यांमार तट की ओर बढ़ेगा। मंगलवार को बीरभूम, बर्दवान, बांकुड़ा पश्चिम मेदिनीपुर से हावड़ा हुगली दक्षिण 24 परगना में तापमान अधिक रहेगा।
बुधवार को कई स्थानों पर लू चलने की चेतावनी है। 12 मई को फिर तापमान में गिरावट आएगी।