भागंड़ के आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी ने ममता बनर्जी को दी खुली चुनौती, कहा-

छह माह के लिए सौंप दें वित्त विभाग, दिखा दूंगा कि राज्य कैसे चलाया जाता है

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कोलकाता, सूत्रकार : भांगड़ के आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी ने आईएसएफ की स्थापना दिवस पर नेताजी इंडोर स्टेडिम में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि आईएसएफ से राज्य सरकार डर गयी है। सिद्दीकी ने राज्य सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि जब भी कोई मांग उठती है तो प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी वित्तीय समस्याओं का हवाला देती हैं। नौशाद ने ममता बनर्जी से कहा कि वे उन्हें छह महीने के लिए वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंप दें। मैं राज्य की आर्थिक स्थिति बदल दूंगा। अगर मैं ऐसा नहीं कर सका तो राजनीति छोड़ दूंगा।

सिद्दीकी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य की आर्थिक स्थिति निचले पायदान पर है। सरकारी कर्मचारियों के डीए की बात करें तो वे वित्तीय संकट की बात करती हैं। स्वास्थ्य केंद्रों की गुणवत्ता सुधारने से लेकर शिक्षकों की नियुक्ति तक में वे पैसे की समस्या बताती हैं।

नौशाद की चुनौती है कि जिस दिन उन्हें यह जिम्मेदारी दी जाएगी, उसके अगले ही दिन से वह सरकारी कर्मचारियों के लिए केंद्रीय दर पर डीए की व्यवस्था कर देंगे। उन्होंने कहा कि समाज कल्याण की एक भी योजना बंद नहीं होगी। मैं सब कुछ चलाऊंगा। सिर्फ छह महीने के लिए वित्त विभाग सौंप दीजिए, मैं दिखा दूंगा कि कैसे चलाया जाता है। नौशाद की चुनौती पर अभी तक तृणमूल का कोई बयान नहीं आया है लेकिन जब बीजेपी नेता शमिक भट्टाचार्य से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी को उनकी पार्टी में कोई दिलचस्पी नहीं है।

गौरतलब है कि आईएसएफ धर्मतला में विक्टोरिया हाउस के सामने सभा करना चाहती थी। लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। इसके बाद नौशाद कलकत्ता हाईकोर्ट गए। हाई कोर्ट की एकल पीठ ने जहां विक्टोरिया हाउस के सामने सभा की सशर्त इजाजत दी, वहीं मुख्य न्यायाधीश की डिवीजन बेंच ने इसे खारिज कर दिया। कल पीठ के निर्देशानुसार 1,000 लोगों की मौजूदगी में सभा करने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा कि बाहर से लोगों को कौन लाता है और क्या करते हैं। यह सीसीटीवी कैमरे देखकर पता चल जाएगा। हमारे कार्यक्रम को असफल करने के लिए राज्य सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है।

इस दिन नौशाद ने कहा कि कार्यकर्ता पिछले दो महीने से कोलकाता में पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम के लिए तैयारी कर रहे थे लेकिन विक्टोरिया हाउस के सामने सभा नहीं हो सकी। काफी बुरा लगा। हालांकि, आईएसएफ विधायक ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि यह सभा अगले दिन होगी।

नौशाद ने एक बार फिर कहा कि वह डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र को लेकर उत्सुक हैं। वह उस पर फोकस कर रहे हैं। वहीं, इसी दिन नौशाद के मुंह से समान वेतन की बात भी सुनी गई। उन्होंने केंद्रीय दर पर डीए देने के समर्थन में अपना सुर बुलंद किया। नौशाद ने कहा कि मैं संग्रामी यूथ मंच के नेतृत्व से अपील करूंगा कि वे भूख हड़ताल पर न जाएं। आप लोकतंत्र के दूसरे रास्ते पर चलकर आगे बढ़ें। आईएसएफ आपके साथ खड़ा है।

गौरतलब है कि कोर्ट ने आदेश दिया कि अधिकतम 1,000 लोगों के साथ सभा करने की इजाजत दी थी। लेकिन रविवार को आईएसएफ के स्थापना दिवस समारोह में मात्र 20 लोगों की मौजूदगी देखी गई। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर आईएसएफ की बैठक नेताजी इंडोर स्टेडियम में हुई। वहां राज्य कमेटी के कुछ सदस्य और पदाधिकारी मौजूद थे।