भाजपा ने मांगा सीएम से इस्तीफा, नियोजन नीति को लेकर सदन में हंगामा

विधायकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री पर बेरोजगार युवाओं का भविष्य खराब करने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की।

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रांची : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन की शुरुआत तूफानी रही। योजना नीति को लेकर भाजपा विधायक हंगामा करने लगे। विधानसभा भवन के मुख्य द्वार पर भाजपा के कई विधायक धरने पर बैठ गए। विधायकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री पर बेरोजगार युवाओं का भविष्य खराब करने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। अनंत ओझा, विरंची नारायण और अपर्णा सेनगुप्ता ने नारेबाजी की। गौरतलब है कि झारखंड की वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार द्वारा नौकरियों के संबंध में लाई गई नियोजन नीति को झारखंड उच्च न्यायालय ने दिसंबर 2022 में असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था।

 

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हाईकोर्ट ने इसे संविधान के अनुच्छेद 14 और 16 के खिलाफ बताते हुए विशेष रूप से नई योजना नीति बनाने का निर्देश दिया था। उस नियोजन नीति में यह प्रावधान किया गया था कि झारखंड से 10वीं और 12वीं पास करने वाले उम्मीदवार ही राज्य में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों के लिए आवेदन करने के हकदार होंगे। मुख्यमंत्री ने योजना नीति रद्द करने को भाजपा की साजिश बताते हुए कहा था कि यह नीति झारखंडियों के हित में है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि युवाओं से विचार-विमर्श कर उनकी इच्छा के अनुरूप नियोजन नीति लाएंगे। इस बात की काफी संभावना है कि हेमंत सोरेन सरकार मौजूदा बजट सत्र में नई योजना नीति लाएगी। सरकार में शामिल कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भी इसके संकेत दिए थे। सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी कहा था कि इस बार की योजना नीति विपक्ष को काफी परेशान करेगी।