युवा महिला मतदाताओं को साधने में लगी बीजेपी
लोकसभा चुनाव से पहले जिलों में 'युवा सम्मेलन' कराने की योजना
कोलकाताः लोकसभा का चुनाव नजदीक है। आने वाले एक दो महीने के भीतर आचार संहिता लागू होने की उम्मीद है। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी बंगाल पर इस बार खास जोर लगा रही है। खुद गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल से 35 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए गेरुआ दल मतदाताओं को अपनी ओर करने के प्रयास में लग गया है। खासकर नए मतदाताओं को आकर्षित करने का कार्यक्रम शुरू हो चुका है। प्रदेश भाजपा इस बार युवा मतदाताओं तक अलग से पहुंचना चाहती है। हालांकि केंद्रीय नेतृत्व की ओर से ऐसे निर्देश आये हैं।
बुधवार को कोलकाता में आईसीसीआर के मीटिंग हॉल में बीजेपी की ‘संयुक्त मोर्चा बैठक’ हुई। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के सातों मोर्चों की प्रदेश नेतृत्व के साथ हुई बैठक में युवा मोर्चा को यह आदेश दिया गया है कि लोकसभा चुनाव से पहले जिले में ‘युवा सम्मेलन’ कराया जाए। संयोग से बीजेपी की राष्ट्रीय स्तर पर भी ऐसे सम्मेलन की योजना बनाई गई है।
बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीतीं, लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव में उस प्रकार से नतीजे नहीं आए थे। वह उन सीटों पर नहीं जीत पायी जहां बहुत आगे थीं, क्योंकि समीक्षा करते वक्त बीजेपी ने देखा कि विधानसभा चुनाव में महिलाओं का बीजेपी को ज्यादा समर्थन नहीं मिला था। जबकि ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली टीएमसी को महिलाओं ने भरपूर समर्थन दिया था। इसमें युवा महिला मतदाता ने बीजेपी के प्रति बेरुखी ही दिखाई दी।
अब बीजेपी ने उन्हीं महिला मतदाताओं को साधने के लिए काम करना शुरू कर दिया है। पार्टी की महिला मोर्चा की ज्यादातर सदस्य चालीस साल की हैं और शादीशुदा हैं। हालांकि युवा मोर्चा में महिलाएं हैं, लेकिन संख्या बहुत कम है। इस बार नाबालिगों के साथ ‘महिला सम्मेलन’ आयोजित करने का आदेश दिया गया है। युवा मोर्चा ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सम्मेलन में कौन आ सकता है। बताया जाता है कि सिर्फ 18 से 35 साल की उम्र की महिलाओं को ही बुलाया जायेगा। बीजेपी संगठन में भी इस आयु वर्ग की महिलाओं की कमी है।
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की बैठक में युवा मोर्चा को निर्देश दिया गया है कि वह न केवल महिलाओं, बल्कि युव वोटरों को भी आकर्षित करने के लिए कार्यक्रम करे। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव से पहले नए मतदाताओं के साथ जिले-दर-जिला सम्मेलन भी किए जाएंगे। हालांकि ‘युवा सम्मेलन’ की तारीख और समय तय नहीं है, लेकिन नये मतदाताओं को आकर्षित करने के कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया गया है।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक स्वामी विवेकानन्द की जयंती के बाद 13 जनवरी से बूथों पर जाकर नये वोटरों की पहचान करनी होगी। उन्हें बीजेपी की नीतियों, आदर्शों और केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में युवाओं को जानकारी देनी होगी। कार्यक्रम का समापन 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन पर होगा।