ईडी-सीबीआई के जरिए प्रचार में खलल डाल रही बीजेपी : शशि पांजा
तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचकर की शिकायत
कोलकाता, सूत्रकार : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल काग्रेस के अभियान को बाधित करने की कोशिश कर रही है। यह दावा राज्य की मंत्री डॉ शशि पांजा ने दिल्ली जाकर किया। वह और पार्टी के चार अन्य प्रतिनिधि शुक्रवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलकर लिखित शिकायत की। आयोग के दफ्तर के बाहर तृणमूल नेताओं ने पत्रकारों को बताया कि किस तरह से भाजपा चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
पांच सदस्यीय तृणमूल प्रतिनिधिमंडल में डॉ शशि पांजा के अलावा डेरेक ओ ब्रायन, डोला सेन, साकेत गोखले और सागरिका घोष शामिल थे। वे आयोग के कार्यालय पहुंचे और विभिन्न शिकायतों वाला एक ज्ञापन सौंपा। शशि ने कहा कि आयोग ने उनका पत्र स्वीकार कर लिया है। इस पर अगले सोमवार को चर्चा होगी। उस दिन फिर से तृणमूल प्रतिनिधि आयोग के कार्यालय जायेंगे।
उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग को ज्ञापन के तौर पर एक पत्र सौंपा है। वह समय सोमवार को मिल गया। हमारा प्रतिनिधिमंडल दोबारा आएगा। शशि ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। पूरे देश में अब मानक आचार संहिता लागू है। इस दौरान किसी भी पक्ष को कोई शिकायत होने पर आयोग से संपर्क करना होगा। बीजेपी के इशारे पर कई केंद्रीय एजेंसियां बंगाल में उतर आई हैं।
वे हमारी प्रत्याशी महुआ मोइत्रा, मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा और पार्षद जुई विश्वास के घरों पर छापेमारी कर रही हैं। प्रत्याशी से लेकर पार्षद तक किसी को नहीं बख्शा जा रहा है। उम्मीदवार को शर्मिंदा करने का मतलब है प्रचार को रोकना।
यह राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से किया जा रहा है। ईडी और सीबीआई ही नहीं, आयकर विभाग एवं एनआईए जैसी एजेंसियां भी हमारे नेताओं के घर पहुंच रही हैं। कार्यकर्ताओं का ध्यान भटकाया जा रहा है। इस मामले को रोकने का अधिकार चुनाव आयोग के पास है। देश के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया।