भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई शुरू

रोड शो के साथ भाजपा मुख्यालय पहुंचे पीएम मोदी

121

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में एक साल से ज्यादा का वक्त बचा हुआ है । हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले देश के 9 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं । इन्हीं सब चुनाव को लेकर कांग्रेस सहित बीजेपी सभी पूरी तरह से तैयारी कर रहे हैं । इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने आज से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू की है जो कि 17 जनवरी तक चलेगी ।

बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद मार्ग से NDMC कन्वेंशन सेंटर तक करीब 15 मिनट रोड शो किया। इसके बाद वे कार्यसमिति की बैठक में पहुंचे।

कार्यकारिणी की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, सभी महासचिव, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, सभी प्रदेशाध्यक्ष और बाकी पदाधिकारी भी शामिल हुए। इससे पहले भाजपा हेडक्वार्टर में सोमवार सुबह नड्डा ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी।

क्यों महत्वपूर्ण है बैठक
यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण है । चूकि अगले साल लोकसभा के चुनाव होने है । इसके अलावा विधानसभा के भी चुनाव होने है । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी कार्यकाल समाप्त होने वाला है । ये सभी मुद्दों पर भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में चर्चा हो सकती है । उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी जेपी नड्डा का कार्यकाल को लोकसभा चुनाव तक बढ़ा दिया जा सकता है ।

बढ़ सकता है नड्डा का कार्यकाल

पार्टी अध्यक्ष का कार्यकाल बढ़ाए जाने की एक अहम वजह इसी साल के आखिर में होने वाले 9 विधानसभाओं के चुनाव भी हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी मई-जून के बीच चुनाव कराए जाने के आसार हैं। अगर जेपी नड्डा के नाम पर किसी वजह से सहमति नहीं बनती है तो फिर सबसे आगे किसी का नाम चल रहा है तो वो है भूपेंद्र यादव। फिलहाल वो केंद्रीय मंत्री है। वो अमित शाह और पीएम मोदी दोनों के करीबी बताए जाते हैं।

चुनाव पर विशेष नजर

2023 में कई बड़े राज्यों में चुनाव होने है जिनमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और कर्नाटक है इसके अलावा उत्तर पूर्व के कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव है । बीजेपी को इन चुनाव से खासी उम्मीद भी है । इसलिए हो सकता है कि यहां चुनाव जीतने की रणनीति पर चर्चा हो । इन राज्यों के संगठन में कसावट लाने के मकसद से जरूरी फेरबदल को मंजूरी दी जा सकती है। साथ ही नए चेहरों को मौका मिल सकता है।