भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस की ओर से जारी न्याय पत्र पर कसा तंज

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रांची : झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस की ओर से जारी न्याय पत्र पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने न्याय पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने समझा कि पार्टी को आजादी के बाद से देशवासियों के खिलाफ किए गए अपराधों के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्हें झारखंड की जनता से भी माफी मांगनी चाहिए. कांग्रेस ने केवल तुष्टीकरण की राजनीति की है। वह सोमवार को प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि देश और प्रदेश में जब बीजेपी के नेतृत्व में सरकार नहीं बनी थी तब देश की स्थिति बहुत खराब थी. गांव-घरों में डॉक्टर के पास जाने के लिए सड़कें तक नहीं ठीक थीं. बरसात में गांव के गांव टापू में बदल जाते थे, लेकिन बीजेपी सरकार के आने के बाद गांवों में बिजली आ गयी. सड़कें बन गयीं. ये संकट केवल कांग्रेस पार्टी ने बना रखा था. अब लोगों के घरों में बिजली है. उनके हाथ से लालटेन छूट गई है. अब वे शौक से ये जलाते हैं. कांग्रेस ने हर तबके के साथ अन्याय किया था. बीजेपी की सरकार बनते साथ गांव-घर तक सिलेंडर पहुंच गया. ये छोटी-छोटी चीजें हैं, लेकिन कांग्रेस ने कभी इन समस्याओं को खत्म करने की कोशिश नहीं की.

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मीडिया से बातचीत में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण तो किया, लेकिन गरीबों तक न तो अकाउंट पहुंच पाता था. न ही उसमें पैसे, लेकिन बीजेपी आते ही बैंक भी खुले और सीधे पैसे भी पहुंचे. अब बीच में कोई पैसे खाना वाला नहीं बचा. कांग्रेस के राज्य में कितनी अप्रिय घटना हुई. कितने लोग सीधा बॉर्डर पर आंख दिखाते थे, लेकिन आज बीजेपी सरकार में 10 वर्षों में भारत लोगों को आंख दिखाता है. कांग्रेस ने सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति की है. आज भारत गर्व से हर क्षेत्र में सिर उठा कर चल रहा है. देश आगे बढ़ रहा है. भारत विकसित भारत की राह में है. ऐसे में कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए. इतने वर्षों तक उन्होंने देश को किस अंधेरे में रखा. न्याय पत्र से पहले उन्हें अन्याय के लिए माफी मांगनी चाहिए. तमिलनाडु में इनके गठबंधन का कोई कह रहा है कि पूरे सनातन धर्म को खत्म कर देंगे. उस पर कोई कुछ नहीं बोलता है. सब मौन रहते हैं. आज ये लोग सनातन को गाली देने वालों को ही अन्यान्य के खिलाफ आवाज उठाने के लिए बुला रहे हैं.