कोलकाता : शर्मसार होती मानवता का एक बार फिर नमूना सामने आया है। कुछ दिन महीने पहले मणिपुर में कुछ महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया था। उसके बाद खूब हो हल्ला मचा था। ठीक वैसी ही घटना देखने को मिली है कर्नाटक के बेलगावी में। जहां पर एक आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया ही नहीं गया बल्कि उसके साथ मारपीट भी की गई। इस घटना का कारण सिर्फ इतना है कि उस महिला का बेटा एक लड़की के साथ घर छोड़कर भाग गया था। अब इस मामले पर बीजेपी आग बबूला हो गई है। कर्नाटक के बेलगावी में एक आदिवासी महिला को निर्वस्त्र घुमाने के मामले की जांच के लिए पांच नेत्रियों की समिति बनाई गई है। इस समिति में श्रीमती अपराजिता सरांगी, श्रीमती सुनीता दुग्गल, श्रीमती लॉकेट चटर्जी, श्रीमती रंजीता कोली और डॉ. श्रीमती आशा लकरा को शामिल किया गया है।
#WATCH कर्नाटक: बेलगावी घटना के पीड़ित परिवार से मिलने पर भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा, "…13 में से 11 लोगों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 5 लाख रुपये देने का ऐलान किया गया है… लेकिन ये सब बस घोषणाएं हैं। जिस गांव में हम गए वहां… pic.twitter.com/949FxN5qcQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 16, 2023
आज इसी क्रम में बेलगावी घटना के पीड़ित परिवार से मिलने पर भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा, “…13 में से 11 लोगों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 5 लाख रुपये देने का ऐलान किया गया है… लेकिन ये सब बस घोषणाएं हैं। जिस गांव में हम गए वहां जबरदस्त भय का माहौल था। कोई भी सामने आकर हमसे बात करने को तैयार नहीं था। डर है और आशंका की भावना है… इन सभी महिलाओं और सभी ग्रामीणों ने हमसे केवल यही अनुरोध किया था कि कृपया यह सुनिश्चित करें कि वे जेल से बाहर न आएं। यदि वे जेल से बाहर आते हैं, तो राज्य सरकार को हमें आश्वासन देना चाहिए कि हमें इसके बाद कोई नुकसान नहीं होगा… आखिर ऐसा क्यों हुआ? यही तो प्रश्न है…”