कोलकाताः साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का अब सिर्फ एक साल बाकी है। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने काफी पहले से ही तैयारी शुरू दी है।
लेकिन इस बार स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी चुनावी मैदान में उतरेंगे। लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद बीजेपी का प्रमुख सिर्फ चुनाव प्रचार ही नहीं करेंगे, बल्कि इससे पहले देश के सभी राज्यों में चुनावी तैयारी सभायें भी करेंगे। यह बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व का फैसला है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में ऐसी 5 सभाएं हो सकती हैं। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश मुताबिक बंगाल बीजेपी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिसमें बंगाल में पीएम मोदी की ज्यादा से ज्यादा सभाएं कराये जाने पर भी बीजेपी ने विशेष ध्यान दिया है।
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लेकिन बंगाल के कई बीजेपी नेताओं के मन में सवाल यह है कि क्या वाकई में पीएम नरेंद्र मोदी बंगाल के लिए ज्यादा समय दे सकेंगे। इस बारे में बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने कहा, लोकसभा के लिए पार्टी की चुनावी योजना केंद्रीय नेतृत्व ने तैयार की है।
दिल्ली से सब कुछ नियंत्रित किया जाएगा। नतीजा, इसे लेकर हमें चिंता करने की कोई बात नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों का पालन करना ही हमारा लक्ष्य है। लेकिन हमे यह उम्मीद है कि मोदीजी बंगाल में ज्यादा वक्त देंगे। पीएम मोदी की ज्यादा से ज्यादा जनसभाएं हों।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में बीजेपी ने पहली बार मोदी के नेतृत्व में 282 सीटें जीतकर बीजेपी सरकार बनाई थी। इसके बाद वर्ष 2019 में बीजेपी की सीटों की संख्या बढ़कर 303 हो गई। अब बीजेपी का लक्ष्य वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की शक्ति बढ़ाना है।
पार्टी का मानना है कि कुल सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए उन लोकसभा सीटों पर अतिरिक्त ध्यान देने की जरूरत है जो अतीत में जीतने लायक थी लेकिन जीत नहीं मिली। इसीलिए पिछले जून में देश की 144 हारी हुई सीटों को विशेष ध्यान में लाया गया। हालांकि, बाद में सीटों की संख्या बढ़ाकर 160 कर दी गई।
बीजेपी की रणनीति के मुताबिक चार-चार सीटों वाला एक ‘क्लस्टर’ बनाया गया था। प्रत्येक क्लस्टर में एक केंद्रीय मंत्री और संबंधित राज्य का एक नेता को दायित्व दिया गया। कार्यक्रम का नाम ‘लोकसभा प्रवास योजना’ रखा गया था।
मंत्रियों ने सभी क्षेत्रों का दौरा किया और अपनी रिपोर्ट भी सौंपी। उसी रिपोर्ट के आधार पर बीजेपी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चुनावी तैयारियों की योजना बना रही है।
इस बार तय हुआ है कि पीएम मोदी सभी क्लस्टर में एक-एक जनसभा करेंगे। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह या पार्टी के अखिल भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा क्लस्टर में दो-दो सीटों के साथ अलग जनसभाएं करेंगे।
दूसरी ओर, 2024 के लोकसभा चुनाव में सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए बीजेपी ने तीन राज्यों पर विशेष ध्यान दिया है। इसमें बंगाल के अलावा ओडिशा और तेलंगाना शामिल है। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में 18 सीटों पर जीत हासिल की थी।
इसमें से आसनसोल अब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की झोली में है। वहीं, उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर में बीजेपी की जीत के वाबजूद सांसद अर्जुन सिंह टीएमससी में लौट आए है।
लेकिन बीजेपी द्वारा 2019 में जीती गई इन दोनों सीटों को अपनी गिनती में नहीं रखा है। बता दें कि बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटें हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 24 सीटों से हाथ धोना पड़ा था। इनमें से 19 सीटों को बीजेपी की नई चुनावी रणनीति में रखा गया है। जबकि मुर्शिदाबाद जिले की बहरमपुर, जंगीपुर और मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना जिले की बशीरहाट और बारासात को बीजेपी की रणनीति से बाहर रखा गया है।
इसके अलावा टीएमसी सांसद और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी की कांथी लोकसभा सीट को भी बाहर रखा गया है। इस बारे में बीजेपी का कोई घोषित कारण नहीं है।
हालांकि, प्रदेश बीजेपी के एक नेता ने कहा, वह लोकसभा सीट पार्टी की है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उस निर्वाचन क्षेत्र की सभी 5 सीटों पर जीत हासिल की थी।
इधर, लोकसभा चुनाव 2024 को सामने रखकर प्रदेश बीजेपी ने केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश मुताबिक तैयारियां शुरू कर दी हैं।