रांचीः गुजरात में भाजपा की जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी का जादू देश के लोग मान रहे हैं। क्योंकि अटकल बाजों ने गुजरात में झाडू से कमल को किनारा करने का अटकल लगा रहे थे।
इसके ठीक उलट आठ दिसंबर को गुजरात में कमल खिला और प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी का सीना 56 से 156 हो गया।
विपक्षी कांग्रेस या आप इसे एक साजिश मान रहे हैं तो भाजपा अपनी उपलब्धि गिनवा रही है। विपक्षी पार्टियों का माने तो श्री मोदी ने गुजरात में 53 सभाओं को संबोधित किया जो इनके पद के अनुकुल नहीं था।
झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सारा काम छोड़ कर गुजरात चुनाव में लगे रहे, जिससे देश की जनता का विकास का काम बाधित हुआ।
वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा कहते हैं हमारी पार्टी लोकतंत्र में विश्वास रखती है और किसी चुनाव को गंभीरता से लड़ती है।
आपको बता दें कि जब चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। तभी गुजरात में आम जनता पार्टी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने लगी।
इससे यह पहले ही अनुमान लगा लिया गया कि भाजपा कि जीत सुनिश्चित है। इसका करण यह भी था कि बीते पांच सालों में भाजपा सरकार के कार्यों से जनता बहुत खुश थी।
साथ ही यह त्रिकोणिय संघर्ष भी बना रहा और भाजपा विरोधी के वोट आपस में बंट गये। इसके अजीत के कई कारण थे।
यह भी पढ़ें – 10 जून को हुई रांची हिंसा पर हाईकोर्ट सख्त