सीमा पर अपराध-तस्करी पर लगेगी रोक : बांग्लादेश के गृहमंत्री

रिट्रीट सेरेमनी में शामिल हुए असादुजामन खान

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कोलकाता: उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश की सीमा पर शनिवार शाम को बांग्लादेश के गृहमंत्री असादुजामन खान आईसीपी पेट्रापोल-बेनापोल में पहुंचे।

यहां पहुंचकर उन्होंने सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की और दोनों देशों के जवानों से मुलाकात की। इस समारोह में बीजीबी की तरफ से बीजीबी के नवनियुक्त डीजी, मेजर जनरल ए के एम नजमुल और बीजीबी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

बीएसएफ की तरफ से डॉ. अतुल फुलझेले, आईपीएस, महानिरीक्षक, दक्षिण बंगाल सीमांत, बीएसएफ और बल के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

समारोह में दोनों देशों के अधिकारियों ने एक दूसरे को मालाएं पहनाकर स्वागत किया और मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। बांग्लादेश के गृहमंत्री और बीजीबी के अधिकारियों ने बीएसएफ द्वारा किए गए जोरदार स्वागत और रिट्रीट सेरेमनी परेड के आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने ये भी कहा कि भारत-बांग्लादेश की मित्रता सदैव बनी रहेगी।

तस्करी और सीमा पर अपराध पर लगेगा अकुंश

पत्रकारों के सवाल के जवाब में बांग्लादेश के गृहमंत्री ने कहा कि सीमा पर अवैध आवाजाही को रोकने और तस्करी जैसे गंभीर अपराधों पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए दोनों देशों के सीमा रक्षक भरसक प्रयास कर रहे हैं।

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उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आने वाले समय में तस्करी का स्तर शून्य हो जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि सीमा पार अपराध दोनों ही देशों के मुख्य मुद्दे हैं।

बीजीबी के नए डीजी ने मीडिया से बातचीत में दोनों देशों के संबंधों के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देशों के संबंध बहुत पुराने और मधुर हैं। उन्होंने कहा की उन्हें हमेशा महसूस होता है कि भारत हमेशा उनके साथ है और किसी भी प्रकार के निर्णय में हम भारत के साथ हैं।

बीएसएफ द्वारा लगाया गया निःशुल्क मेडिकल कैंप

दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत सीमा चौकी न्यू पत्थरघाटा, 82 वीं वाहिनी के जवानों ने गांव पत्थरघाटा में निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया।

यह चिकित्सा शिविर डॉक्टर मेनका भारती, डॉक्टर काज़ी मौसमी सुल्ताना, डॉक्टर अर्चिसमन, डॉक्टर ट्विंकल निखिता और डॉक्टर सहीदुल मिस्त्री की उपस्थिति में आयोजित हुआ।

इस शिविर में पत्थरघाटा, गोविंदपुर, मलियापोटा आदि सीमावर्ती गांवों के कुल 487 ग्रामीणों ने हिस्सा लिया। शिविर में 2.57 लाख रुपए का सामान और दवाईयां बांटी गई।

दक्षिण बंगाल सीमांत के महानिरीक्षक ने पत्रकारों से बातचीत में रिट्रीट सेरेमनी के बारे में बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से बच्चे बीएसएफ के प्रति आकर्षित होते हैं।

बीएसएफ समय-समय पर बच्चों के लिए स्कूलों और कॉलेजों में हथियारों की प्रदर्शनी लगाते हैं, जिसकी वजह से बच्चों को बलों के नियम और दोनों देशों के जवानों द्वारा सीमा की रक्षा के बारे में जानकारी मिलती है।

स्कूल में लगायी गयी प्रदर्शनी

इसी सिलसिले में सीमा चौकी कल्याणी, 158 वीं वाहिनी में स्कूली बच्चों के लिए हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी में अंगरेल विद्यापीठ हाईस्कूल के 41 विद्यार्थियों औऱ अध्यापकों ने भाग लिया। प्रदर्शनी के दौरान बच्चों को विभिन्न हथियारों के बारे में जानकारी दी गई।

इसके बाद बच्चों को वहां से आईसीपी पेट्रापोल लेकर जाया गया जहां उनको रिट्रीट सेरेमनी परेड देखने का मौका मिला। दक्षिण बंगाल सीमांत के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि बीएसएफ छात्रों को भारत की सीमा सुरक्षा बल के बारे में अवगत करवाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता रहता है।