उधवा : प्रखंड क्षेत्र में लगातार डेंगू की कहर जारी है। पहले से दर्जनों लोग डेंगू से ग्रसित हैं। यह इतना खतरनाक रुप धारण कर लिया है कि रोजाना लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। अगर अब भी स्वस्थ्य विभाग इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती है तो क्षेत्र में डेंगू से भयानक स्थिति पैदा हो जाएगा। इसकी चपेट में लगभग प्रत्येक घर के लोग आने लगे हैं। कहीं कहीं एक परिवार के चार पांच सदस्यों भी डेंगू से ग्रासित हो गए हैं। प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल ठप है जिसकी वजह से यहां के लोगों को प्राईवेट स्वास्थ्य सुविधा लेना पड़ रहा है। जिसके चलते प्रति मरीज़ हजारों रुपैया खर्चा हो रहा है। इससे गरीब परिवारों को काफ़ी दिक्कतें का सामना करना पड़ता है।ग़रीबी के वजह से कुछ लोग गांव के ही चिकित्सकों से इलाज करा रहे हैं। वहीं कई लोग बहार विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। अब हद पार हो रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को इसकी रोकथाम में पहल करने की जरूरत है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग को जगह-जगह कैम्प लगाकर लोगों का ब्लड सैंपल लेना शुरू किया है। हल्का फुल्का फोगिंग भी किया जा रहा है। लेकिन विभाग का यह कार्य सिर्फ खानापूर्ति करता हुआ नज़र आ रहा है।
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डेंगू एक वायरल संक्रमण है जो संक्रमित मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है। मच्छरों के काटने से बचना ही डेंगू से बचने का सबसे अच्छा तरीका है। दरअसल उधवा प्रखंड क्षेत्र के पतौड़ा पंचायत में पिछले एक तीन सप्ताह के दरमियान में सैकड़ों लोग डेंगू से पीड़ित हो गये हैं। इनके अलावा पश्चिमी उधवा, मोहनपुर, उत्तरी सरफराजगंज, प्राणपुर सहित अन्य पंचायत में भी डेंगू के मरीज देखा गया है। परिजनों ने बताया कि मरीज का पहले सर और पुरा शरीर दर्द शुरू हुआ फिर बुखार आ गया। प्राथमिक उपचार करने पहुंचे तो लक्षण डेंगू का लगा। वहीं क्लीनिक के डाक्टर ने सभी मरीजों को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। उसके बाद कुछ मरीज मालदा, धुलियान, बरहरवा सहित अन्य जगहों में जाकर उपचार करा रहा है। दिनों दिन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। डेंगू से पीड़ित सभी मरीजों की इलाज़ जारी है। परंतु उधवा में भय का माहौल पैदा हो गया है। हट बाजारों में डेंगू का ही चर्चा हो रहा है। हालांकि साहेबगंज सिविल सर्जन अब तक इसको हल्के में ही ले रहा है।