कोलकाता: राज्य में इन दिनों भर्ती भ्रष्टाचार मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि एक और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। अब इस बार दमकल विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है।
एक अधिकारी पर 2 जिलों से 2 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगा है। आरोप है कि वह अधिकारी लोगों से रुपये लेकर दमकल विभाग में नौकरी दिलाता था। उस मामले के सामने आने के बाद राज्य की सत्तारूढ़ दल के तृणमूल सरकार के सामने एक और परेशानी सामने आ गयी है।
इस अधिकारी का नाम सुब्रत भट्टाचार्य है। इसके अलावा इस मामले में विधायक तापस पाल का भी नाम उभर कर सामने आ रहा है। सुब्रत हावड़ा गोलाबाड़ी-पीलखाना फायर स्टेशन के सब इंस्पेक्टर है।
आरोप है कि उसने दमकल विभाग में नौकरी देने के नाम पर बीरभूम जिला से 2 करोड़ रुपये लिये थे। उस जिला के रहने वाले अनुपम नंदी ने आरोप लगाया कि पिताजी के रिटार्यमेंट के बाद जो रुपये मिले थे, उन रुपये को उसने सुब्रत को दे दिया था।
रुपये लेने के बाद उसने कहा था कि जल्द ही नौकरी मिल जाएगी। उसने बताया कि सुब्रत तापस पाल का काफी करीबी है तथा उसी के एजेंट के रुप में काम करता है।
उस पर यह भी आरोप है कि उसने बर्दवान के कांकसा और मांरी इलाके में करीब 18 लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये लिये हैं। इन 18 लोगों में 4 लोगों के रुपये लौटाने के लिए कहा गया है।
सूत्रों से यह भी पता चला है कि उसने विनय साहा, बापी दास, अनुपम नंदी और राजकुमार चंद को रुपये लौटाने के लिए एक चेक भी दिया था, लेकिन वे सारे चेक बाउंस हो गये।
यह भी आरोप है कि उसने यह भी कहा था कि अगर दमकल विभाग में नौकरी नहीं मिलती है तो उसको स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड और सेल में नौकरी दी जाएगी।