नगरपालिकाओं में भर्ती भ्रष्टाचार में CBI ने दर्ज की FIR

हुई टीएमसी विधायक तापस साहा से पूछताछ

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कोलकाता। शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार के बाद अब सीबीआई ने नगरपालिकाओं में भर्ती में हुए भ्रष्टाचार की जांच शुरू कर दी है। सीबीआई द्वारा इस बाबत मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की गई है।

दूसरी ओर, नदिया के तेहट्ट से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक तापस साहा को शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार में मंगलवार को सीबीआई ने फिर तलब किया। तापस से सीबीआई कार्यालय में लगभग एक घंटे तक पूछताछ की गई।

नगरपालिका भर्ती में भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में गिरफ्तार टीएमसी नेता अयन शील, अयन शील कंपनी एबीएस इंफोज़ोन, अज्ञात सरकारी कर्मचारी और अज्ञात अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।

सीबीआई द्वारा इन सभी आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 471, 120बी और 34 के तहत धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक साजिश का आरोप लगाया गया है।

इसके अलावा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 4 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के एक अधिकारी को जांच सौंपी गई है।

प्राथमिकी में 22 अप्रैल की तारीख का उल्लेख किया गया है। यानी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद राज्य की ओर से वकील आस्था शर्मा ने सीबीआई को पत्र लिखकर कहा कि सीबीआई कोर्ट के फैसले का पालन नहीं कर रहा है।

सीबीआई का दावा है कि यह सच नहीं है। उन्होंने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले की सुनवाई से पहले कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले के अनुसार प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

दूसरी ओर, पिछले हफ्ते ही सीबीआई ने तेहट्ट से टीएमसी विधायक तापस साहा के घर की सघन तलाशी ली थी। आरोप है कि वे दस्तावेज भर्ती भ्रष्टाचार से जुड़े थे।

सीबीआई उस सूत्र के आधार पर तापस से एक बार फिर पूछताछ करना चाहता है। केंद्रीय एजेंसी ने इसी हफ्ते निजाम पैलेस में पेश होने का समन भेजा था। तापस साहा मंगलवार दोपहर को सीबीआई कार्यालय में हाजिर हुए।

सीबीआई कार्यालय में हाजिर होने के पहले तापस साहा ने टीएमसी के एक वर्ग के खिलाफ निशाना साधा। उन्होंने कहा, मैं साजिश का शिकार हूं। मुझे फंसाया जा रहा है।

टीना साहा भौमिक साजिश रच रही हैं। मुझे यह लड़ाई अकेले ही लड़नी है। प्रवीर कायल खुद को बचाने के लिए अलग-अलग समय पर अलग-अलग बातें कह रहे हैं।

बता दें, कुछ दिनों पहले केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने तापस के नदिया के घर पर छापा मारा था। सीबीआई अधिकारियों ने लगभग 15 घंटे तक विधायक के घर और कार्यालय की तलाशी ली थी।