CBI का बड़ा दावा, चंदन मंडल के अकाउंट से मिले 16 करोड़ के लेनदेन के सबूत
शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार में पूर्व शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी के साथ कनेक्शन
कोलकाता : बंगाल में शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले गिरफ्तार चंदन मंडल उर्फ रंजन के बैंक अकाउंट से 16 करोड़ रुपये लेनदेन के सबूत मिले हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक चंदन मंडल की गिरफ्तारी के पहले दावा किया जा रहा था कि 6 करोड़ रुपये मिले हैं।
अब सीबीआई सूत्रों ने यह दावा किया कि चंदन मंडल उर्फ रंजन के बैंक अकाउंट से और 10 करोड़ रुपये लेनदेन का सबूत मिला है। कुल मिलाकर चंदन के बैंक अकाउंट से 16 करोड़ रुपये लेनदेन के सबूत मिले हैं।
सीबीआई का दावा है कि विभिन्न जिलों के लोगों को नौकरी देने के बदले में यह मोटी रकम निकाली गई। चंदन मंडल ने अभी तक यह खुलासा नहीं किया है कि उस पैसे का बड़ा हिस्सा कहां भेजा गया है। चंदन ने पहले दावा किया था कि नियुक्ति भ्रष्टाचार से उसका कोई लेना-देना नहीं लेकिन अब गिरफ्तारी के बाद वह कई राज खोल रहा है।
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सीबीआई को पूछताछ में पता चला है कि चंदन मंडल ने 100 से अधिक अयोग्य लोगों को रुपये के एवज में शिक्षक की नौकरी दिलवाई है। चंदन ने न केवल उत्तर 24 परगना बल्कि उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर के भी अभ्यर्थियों से करोड़ों रुपये की वसूली की है।
शिक्षक नियुक्ति मामले में चंदन मंडल की गिरफ्तारी के बाद से एक के बाद एक सनसनीखेज जानकारियां सीबीआई के हाथ लगी हैं। यह चंदन मंडल ‘रेट चार्ट’ बनाता था। इसके आधार पर राशि का निर्धारण किया गया। प्राइमरी में यह 12 से 15 लाख होता था, अपर प्राइमरी में यह 20 से 25 लाख होता था। कम से कम सीबीआई की पूछताछ में चंदन ने तो यही कहा है।
प्रभावशाली नेताओं ने उनके घर का दौरा किया था। सिर्फ ‘पेशेवर’ ही नहीं, रिश्ता निजी स्तर पर भी पहुंचा था। जब प्रशासन के शीर्ष पर बैठे मंत्री और शिक्षा अधिकारियों को गिरफ्तार किया था, तो पूर्व सीबीआई प्रमुख उपेन विश्वास ने बागदा में इस ‘सत रंजन’ के नाम का पर्दाफाश किया था।
सूत्रों के मुताबिक कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर जिन लोगों ने नौकरी गंवाई है, उनमें से 22 लोग चंदन के जरिए नियुक्त हुए थे। बता दें, बागदा के रहने वाले चंदन मंडल के बारे में सीबीआई के पूर्व उप-निदेशक और पूर्व मंत्री उपेंद्रनाथ विश्वास ने वीडियो जारी कर खुलासा किया था।
आरोप है कि वह स्कूल सेवा आयोग के सलाहकार के नियमित संपर्क में था। उन्होंने तीन सदस्यों को नौकरी की सिफारिशें भी लिखी थी। सलाहकार समिति के सदस्यों के साथ यह संचार किसके माध्यम से किया गया था ? पता लगाने के लिए सीबीआई रंजन से लगातार पूछताछ कर रहा है।