केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कई राज्यों में चल रही ‘लू’ की स्थिति से निपटने के लिए मंगलवार को एक हाई लेवल मीटिंग का आयोजन किया था। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर, आईएमडी और एनडीएमए के विशेषज्ञों की टीमें गर्मी से संबंधित विभिन्न बीमारियों को दूर करने में मदद के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगी।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल भी मौजूद रहे। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आईसीएमआर को एक्शन प्लान के साथ स्वास्थ्य पर हीटवेव के प्रभाव को कम करने के तरीके पर रिसर्च करने का निर्देश दिया है। कई राज्य पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी की स्थिति का सामना कर रहे हैं।
इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने गर्मी के मौसम से पहले हीटवेव से संबंधित बीमारियों को दूर करने के लिए समय पर उपाय किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च में गर्मी के मौसम से पहले तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की, जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी फरवरी में हीटवेव को लेकर एडवाइजरी जारी की थी जिसमें राज्यों को आवश्यक दवाओं, तरल पदार्थ, ओआरएस, पीने के पानी के साथ-साथ अन्य तैयारियों की समीक्षा करने की सलाह दी गई थी।