ममता को एक दिन भी सीएम पद पर बने रहने का हक नहीं: गौरव भाटिया
हिंसा में ममता बनर्जी का रहा है पुराना इतिहास
कोलकाता/नयी दिल्ली, सूत्रकार : पश्चिम बंगाल में केंद्रीय जांच एजेंसियों और राज्य सरकार के बीच लड़ाई कोई नई बात नहीं है। लेकिन शुक्रवार को तो इस लड़ाई की हद हो गई। एक मामले की जांच करने जा रही ईडी की एक टीम पर जानलेवा हमला कर दिया गया। इस हमले में ईडी के दो अधिकारी घायल हुए हैं और वाहनों को नुकसान हुआ है। अब इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की ममता सरकार पर हमला बोला है।
शुक्रवार की शाम को दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि ममता बनर्जी के राज में बंगाल जंगलराज का पर्याय बन चुका है। राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का हक नहीं है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। गौरव भाटिया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जांच करने के लिए जो ईडी के अफसर गए थे, उन पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडों और अवैध रोहिंग्या घुसपैठियों ने जानलेवा हमला किया है।
हिंसा में ममता बनर्जी का रहा है पुराना इतिहास
उन्होंने कहा कि ये शर्मनाक तो है ही कि बंगाल ममता बनर्जी के नाक के नीचे जंगलराज का पर्याय बन चुका है। ये चिंताजनक भी है कि बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। ईडी अफसरों के घायल होने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हमला तो शाहजहां शेख का है लेकिन उन्हें शह राज्य की अराजक मुख्यमंत्री की मिली हुई है और जब ईडी ने वहां की पुलिस को फोन कर मदद मांगी तो बंगाल पुलिस ने ईडी के अफसरों से बात करने तक से मना कर दिया।
उन्होंने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी का एक इतिहास रहा है, 2 मई 2021 को जब पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणाम आए, उसी दिन हिंसा हुई, हत्याएं हुईं, बलात्कार हुए और घरों को जला दिया गया। क्योंकि गुंडों को पता है कि उन्हें डरने की आवश्यकता नहीं है, उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का संरक्षण प्राप्त है। इससे पहले जब सीबीआई की टीम वहां जांच के लिए गई थी तो उन्हें कमरे में बंद कर दिया गया था।
ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को एक दिन भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का हक नहीं है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने ममता बनर्जी से ईडी के घायल अफसरों से माफी मांगने की भी मांग की है। उन्होंने ईडी अफसरों से लैपटॉप छीने जाने पर भी सवाल उठाया। भाटिया ने कानून के डंडों और ममता के गुंडों के बीच लड़ाई की बात कहते हुए कहा कि जीत कानून की होगी। पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र खत्म हो गया है। जब संविधान और वर्दी का रसूख न रहे, जब मुख्यमंत्री कानून के साथ न खड़ा हो बल्कि गुंडों के साथ खड़ा हो जाए, तो ये कहना गलत नहीं होगा कि ममता बनर्जी के मन में आज केवल सत्ता का सुख भोगना है। ममता बनर्जी आज जंगलराज की पर्याय बन चुकी हैं।