रांची में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों का काटा गया 1.5 लाख ऑनलाइन चालान

एएनपीआर कैमरे से चोरी हुए वाहन के गाड़ी नंबर को रजिस्टर्ड होता है : ट्रैफिक एसपी

89

रांची : राजधानी रांची में दो ट्रैफिक कंट्रोल रूम से कड़ी नजर रखी जा रही है। यह कंट्रोल रूम शहर के हर चौक चौराहों पर वाहनों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुई है। शहर में सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था सुव्यवस्थित ढंग से हो इसके लिए राजधानी के हर चौक-चौराहों पर कुल 750 सीसीटीवी लगाए गए हैं। इसमें कई अत्यधुनिक कैमरे हैं जो ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करने वाले वाहनों के नंबर प्लेट को कैप्चर करने, सिग्नल ब्रेक करने वालों की पहचान करने और सड़कों पर तेज गति से वाहनों को चलाने वालों की पहचान करने साथ ही शहर में क्राइम कंट्रोल पर नजर रखने के लिए हर अलग-अलग जगहों पर लगाए गए है।

ये भी पढ़ें : मुख्यमंत्री के कोडरमा दौरे को लेकर तैयारियों में जुटा प्रशासन

शहर में एजेंसी द्वारा 650 सीसीटीवी लगाए गए थे, जिसमें से 550 कैमरे सही ढंग से काम कर रहे हैं। जबकि 100 ऐसे कैमरे है जिसे फ्लाईओवर निर्माण कार्य के कारण हटा दिए गए हैं। शहर में 200 कैमरे स्मार्ट सिटी की एजेंसी द्वारा भी लगाए गए हैं। इसके अलावा राजधानी रांची के 60 लोकेशन पर ट्रैफिक उल्लंघन कैमरे और 63 लोकेशन पर सर्विलांस सीसीटीवी लगाए गए हैं। शहर में लगे इन तमाम सीसीटीवी की सहायता से ट्रैफिक विभाग ने यातायात नियमों को तेड़ने वालों से करीब 1.5 लाख ऑनलाइन चालान इस साल काटे हैं।

इन मुख्य चौक पर भी लगे हैं सीसीटीवी

बिरसा चौक – 10, हिनू चौक – 13, एजी मोड़ – 12, सुजाता चौक – 14, कचहरी चौक – 17, प्रेमसंस मोटर ,कांके – 12, बूटी मोड़ – 10,चांदनी चौक कांके – आठ, जेल चौक – 17,करमटोली चौक – 17,लालपुर चौक – 16, सिरमटोली चौक – 17, अरगोड़ा चौक – पांच,हरमू चौक – चार, सर्जना चौक – नौ, एचईसी गेट – चार, सहजानंद चौक – पांच

स्मार्ट सिटी ने भी लगाए कई प्रमुख कैमरे

मेन रोड ओवर ब्रिज – पांच,सर्जना चौक – पांच,डेली मार्केट – तीन,चांदनी चौक – तीन,टाटीसिल्वे चौक – चार,शनि मंदिर – चार, गाड़ीखाना चौक – चार, शहीद मैदान – पांच

इस संबंध में रांची ट्रैफिक एसपी कुमार गौरव से बताया कि शहर के सभी सीसीटीवी कैमरे की मॉनेटरिंग कंट्रोल रूम हो रही है। उन्होंने कहा कि शहर के किसी इलाके से जब किसी वाहन के चोरी होने की खबर मिलती है तो उस वक्त पर एएनपीआर कैमरे की सहायता से चोरी हुए उस वाहन के गाड़ी नंबर को रजिस्टर्ड कर लिया जाता है, जिसके बाद जब वह वाहन एएनपीआर कैमरे की नजर में आती है तो उस वाहन के मूवमेंट को कंट्रोल रूम में कैप्चर कर उसमें डायरेक्ट अलर्ट जारी कर दी जाती है।