गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा हमेशा अपने बयान के लिए जाने जाते हैं। इस बार उन्होंने असम में विपक्ष की स्थिति पर बयान दिया है। उन्होंने बयान देते हुए कहा कि असम में अब कोई विपक्ष नहीं है। जो लोग वहां हैं, उनके शरीर कांग्रेस पार्टी के साथ हैं, लेकिन उनका मन भाजपा के साथ है। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कही। मुख्यमंत्री बुधवार को असम विधानसभा के चालू बजट सत्र के दौरान सदन से बाहर मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता और विधायक कमलाक्ष दे पुरकायस्थ और बसंत दास के कांग्रेस के सदस्य होने के बावजूद सार्वजनिक रूप से भाजपा को समर्थन देने की घोषणा करने के रुख का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी के साथ कोई विधायक नहीं है। मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो नहीं, कांग्रेस तोड़ो यात्रा थी। मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस राजीव भवन में हमारे ही लोग हैं।
लोकसभा में भाजपा को कितनी सीटें मिलने संबंधी एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि टिकट देने के बाद हम कह सकेंगे कि साढ़े ग्यारह या 12 हैं या नहीं। लोकसभा चुनाव में अभी भी 12 सीटें निश्चित नहीं हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें 13 और 14 सीटें नहीं मिलेंगी। दरअसलए राज्य में लोकसभा की कुल 14 सीटें हैं। उन्होंने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में एक सौ सीटें जीतेंगे। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के दो प्रभावशाली विधायकों के आगमन का स्वागत करते हुए कहा कि यह हमारे लिए अच्छी खबर है।
कांग्रेस के दो विधायकों ने प्रधानमंत्री के प्रति सम्मान दिखाया है। वे असम सरकार और केन्द्र सरकार के कार्यों का समर्थन करेंगे। इससे पहले विधायक सिद्देक अहमद और शशिकांत दास ने भाजपा सरकार का समर्थन किया था। अब चार कांग्रेस विधायक अपनी पार्टी में रहते हुए भाजपा की राज्य सरकार का समर्थन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों का आना हमें और मजबूत बनाएगा। कांग्रेस के नए नियमों के मुताबिक विधायक, आयोजनों में शामिल नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ ये दो ही नहीं बल्कि, कई विधायक हमारे संपर्क में हैं। भाजपा में शामिल होने का मुद्दा चुनाव से पहले देखने को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भाजपा विधायक दल की जगह बैठेंगे।