फिरहाद के बयान पर तृणमूल कांग्रेस में घमासान, कुणाल ने किया पलटवार
पार्टी के एक वर्ग ने नौकरी में भ्रष्टाचार किया: बॉबी
कोलकाता, सूत्रकार : तृणमूल की ओर से सोमवार को स्थापना दिवस मनाया गया। इस मंच से राज्य के मंत्री और कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम उर्फ बॉबी ने अपने ही पार्टी के खिलाफ एक विस्फोटक बयान दिया।
इस घटना के बाद राज्य के राजनीतिक गलियारों में घमासान मच गया है। हकीम ने कहा कि राज्य में नौकरी को लेकर भ्रष्टाचार हुआ है, यह सही है। उन्होंने कहा कि नौकरी के लिए पैसे देना एक मां के शरीर से मांस काटने के समान है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वीकार करने में कोई बाधा नहीं है। पार्टी के एक वर्ग ने भ्रष्टाचार किया है।
फिरहाद ने खुलेआम कहा कि हम तृणमूल कांग्रेस एक परिवार हैं। कुछ लोगों ने जरूर गलत किया है। भ्रष्टाचार में शामिल हैं, लेकिन यह हम सब नहीं हैं। हां, सीबीआई ने मेरे घर की तलाशी ली है। हालांकि, कोई व्यक्ति आज खड़ा हो सकता है और कह सकता है कि फिरहाद हकीम ने भ्रष्टाचार किया है। 25 वर्षों में मैंने किसी से एक रुपये तक नहीं लिया।
उन्होंने बताया कि रोजगार में भ्रष्टाचार का अपराध कितना गंभीर है। पार्टी किसी भी तरह से भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगी। पार्टी के कई दिग्गज नेता-मंत्री, विधायक और यहां तक कि नौकरशाह भी भर्ती भ्रष्टाचार में पहले से ही केंद्रीय जांच एजेंसी के दायरे में हैं। ये संदेश देने के साथ ही उन्होंने खुद को क्लीन चिट भी दे दी। साथ ही उन्होंने पार्टी नेता का जिक्र करते हुए दावा किया कि ममता बनर्जी ने भ्रष्टाचार नहीं किया, न करती हैं, न कर सकती हैं। वे ईमानदारी की प्रतीक हैं। वे इस तरह के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेंगी।
कुणाल का पलटवार
इसके बाद पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक बार फिर फिरहाद हकीम पर हमला किया। उन्होंने कहा कि जब भ्रष्टाचार हुआ तो आपने उसे रोका क्यों नहीं? आप रुके क्यों नहीं? उन्होंने कहा आप पार्टी के वरिष्ठ नेता है। आपको रोकना चाहिए था। लेकिन दुख की बात यह है कि जब मैंने यही बात काफी समय पहले कही थी तो उस समय आपने कहा था कि यह कैबिनेट देखेगी।
भाजपा ने किया हमला
फिरहाद के बयान के बाद बीजेपी नेता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल का मतलब चोर होता है। फिरहाद जो आज कह रहे हैं कि पार्टी के कुछ सदस्यों ने भ्रष्टाचार किया है, उन्हीं फिरहाद ने पार्थ चट्टोपाध्याय की गिरफ्तारी के कुछ दिन बाद कहा था कि गलती अकेले पार्थ की नहीं, बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी है।