हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग के दौरान CM Mamata को लगी चोट, SSKM में भर्ती

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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग में चोट लगने के बाद उनकी चिकित्सा शुरू हो गई है। सेवक एयरबेस पर आपातकालीन लैंडिंग के दौरान वे घायल हो गईं हैं। प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के पैर और कमर में चोट है। इसके बाद कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भर्ती कराया गया है। उनकी चिकित्सा के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। बताया जा रहा है कि फिजिक मेडिसिन के डॉक्टर राजेश प्रमाणिक, डॉ आलेख पंडित (न्यूरो) और डॉ अर्चना सिन्हा ( रेडियोलॉजी) इस बोर्ड में हैं।

हालांकि कोलकाता हवाई अड्डे पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री एम्बुलेंस में नहीं चढ़ीं। मुख्यमंत्री अपनी कार से एसएसकेएम अस्पताल पहुंचीं जहां उनकी शारीरिक स्थिति की जांच की जायेगी। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के लिए वुडबर्न वार्ड का साढ़े 12 नंबर केबिन तैयार किया गया है। वहां जांच की सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। उल्लेखनीय है कि मंगलवार दोपहर जलपाईगुड़ी के मालबाजार में मुख्यमंत्री की पंचायत चुनाव के लिए गईं थीं। पत्रकार बिस्वा मजूमदार और मुख्यमंत्री के अंगरक्षक स्वरूप गोस्वामी भी मौजूद थे।इस दौरान आसमान में अंधेरा छा गया और तेज बारिश शुरू हो गई। नीचे बैकुंठपुर का घना जंगल होने के कारण वह तुरंत हेलीकॉप्टर को नहीं उतार सका। कुछ ही देर में पायलट को सेवक का एयरबेस दिख गया। उन्होंने वहां आपात लैंडिंग कराई। शुरुआत में बताया गया कि मुख्यमंत्री और उनका दल सुरक्षित है। दोपहर में वे बागडोगरा से हवाई मार्ग से कोलकाता से लौट गईं। वहीं इस घटना के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ममता बनर्जी के स्वास्थ्य की जानकारी ली।

इसके बाद कोलकाता पहुंचते ही ममता बनर्जी की चिकित्सा शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार उनके पैर और कमर का एक्सरे किया जा रहा है। एक्सरे रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि उनका चोट कितना गहरा है। इसी बीच कोलकाता के अस्पताल में पहुंचीं ममता बनर्जी को एक जगह लड़खड़ाते हुए देखा गया है। हालांकि उन्होंने ह्वील चेयर पर बैठने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि इसके पहले विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी को नंदीग्राम में पैर में चोट आई थी। वह काफी समय तक व्हील चेयर पर ही रही थी। इसी हालत में उन्होंने चुनाव प्रचार किया था। उस समय ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि उन्हें जानबूझ पर घायल किया गया है ताकि वह चुनाव प्रचार न कर सकें। अंततः उन्होंने चुनाव प्रचार किया था और चुनाव में ममता बनर्जी की जीत हुई थी।