कोलकाताः राज्य में कभी भी पंचायत चुनाव की घोषणा हो सकती है। पंचायत चुनाव से पहले लोगों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए राज्य सरकार ‘दुआरे सरकार’सरकारी कैंप शुरू करने जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक इस बार इस ‘दुआरे सरकार’ कैंप में ‘आंखों की जांच’ की व्यवस्था की जा रही है। मालूम हो कि मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने पहले ही विभिन्न जिलाधिकारियों और सीएमओएच को इस बाबत तैयारी और समुचित व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है।
इस शिविर में नए स्वास्थ्य साथी कार्ड में नाम दर्ज करने या कार्ड में किसी का नाम शामिल करने की भी व्यवस्था होगी। यहां तक कि कई लोग ऐसे भी हैं, जिनका नाम स्वास्थ्य कार्ड में तो दर्ज है, लेकिन उनके पास स्मार्ट कार्ड नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक इस कैंप से उनके लिए स्मार्ट कार्ड की भी व्यवस्था की जाएगी। शिविर में यह भी बताया जाएगा कि इन सरकारी सेवाओं को प्राप्त करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
राज्य सचिवालय नवान्न के अनुसार नेत्र जांच के आवेदन के तीन दिन के भीतर जिला प्रशासन को संबंधित व्यक्ति के नेत्र परीक्षण की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
इस मामले में, काम को दो समूहों 45 वर्ष से कम और अधिक आयु के लोग में विभाजित किया जा सकता है। साथ ही बताया गया है कि पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को आंख दिखाने के लिए स्कूल जाना होगा। इस स्वास्थ्य शिविर के लिए आवेदन 17 अप्रैल तक किए जा सकते हैं। जिन्हें मोतियाबिंद है उनके लिए इस कैंप की अलग से व्यवस्था की जाएगी।
इन सरकारी शिविरों से इस बार आम लोगों को 32 से अधिक सेवाएं मिलेंगी। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को 20 अप्रैल तक आम लोगों तक यह सेवा पहुंचाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
नवान्न के शीर्ष अधिकारी दुआरे सरकार के साथ विभिन्न जिलों में पहले ही उच्च स्तरीय बैठकें कर चुके हैं। ममता बनर्जी की सरकार ने प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि सरकारी सेवाएं मुहैया कराने में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाए।