रांची, शिखा झा
झरिया एक्शन प्लान को लेकर कोयला मंत्रालय और बीसीसीएल गंभीर हैं। बीसीसीएल के लक्ष्य के अनुसार, अगले दो महीनों के भीतर 60,000 लोगों का पुनर्वास किया जाना चाहिए। इससे पहले जनवरी में भी इस संबंध में लक्ष्य रखा गया था। निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है, इसलिए इसमें कुछ समय लग रहा है। बीसीसीएल प्रबंधन का कहना है कि जले हुए क्षेत्र के निवासियों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए। कार्य योजना के अनुसार, झरिया और आसपास के क्षेत्रों में 595 स्थान आग से प्रभावित हैं। हालाँकि, इनमें से सत्तर ऐसे स्थान हैं जहाँ रहना खतरनाक है। कई घटनाओं के अनुसार, इन क्षेत्रों में मकान और सार्वजनिक स्थान अक्सर कम हो गए हैं। इन क्षेत्रों में बरोरा, कतरास, लोदना, पुटकी बलिहारी, कुसुंडा, सिजुआ और बस्ताकोला के क्षेत्र हैं।
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