दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
अध्यादेश नहीं, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर समर्थन माँगने आये थे केजरीवाल : भाजपा
रांची : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का झारखंड दौरे को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों ने निशाना साधा है. अरविन्द केजरीवाल केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से समर्थन मांगने रांची आये थे, उस समय मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने अध्यादेश को लेकर कांग्रेस से सवाल किया था कि कांग्रेस लोकतंत्र और देश की जनता के साथ है या फिर मोदी सरकार के साथ है यह कांग्रेस को तय करना होगा. कांग्रेस ने भी केजरीवाल को जवाब देते देर नहीं की.
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काँग्रेस प्रवक्ता राकेश सिंहा ने कहा कि दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने ज़ब कांग्रेस से मिलने का समय मांगा है, तब उन्हें मीडिया में ऐसी बात नहीं करनी चाहिए थी, उनके मुख से ऐसा बोलना शोभा नहीं देता है, कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए कांग्रेस ने जितनी कुर्बानियां दी है वह देश ही नहीं, विदेशों में लोग जानते है, राहुल गाँधी सदस्यता भी चली गई और केजरीवाल अगर यह कहते है कि उनके हित में अध्यादेश का समर्थन करने वाला ही लोकतंत्र का हितैषी होगा और नहीं तो मोदी का हितैषी हो जायेगा, ऐसा कहना अरविन्द केजरीवाल को कतई शोभा नहीं देता है. दूसरी तरफ भाजपा ने भी केजरीवाल पर निशाना साधा, भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि केजरीवाल को झूठ बोलने कि आदत है, हर मुद्दे पर सिर्फ झूठ बोलते है, संविधान के अनुच्छेद 83 में साफ लिखा है कि केंद्र सरकार किसी भी राज्य के लिए कानून बना सकती है, केंद्र सरकार ने वही अध्यादेश ला कर दिल्ली के लिए कानून बनाया, यह सुप्रीम कोर्ट का आवमानना नहीं है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि दरअसल अध्यादेश तो महज एक बहाना है, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जाँच एजेंसियों के कार्रवाई से दिल्ली और झारखंड दोनों सरकार घबरा गई है. दिल्ली और पंजाब के कई मंत्री जेल में है तो झारखंड में भी शराब घोटाले के मुद्दे पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है.