नई दिल्ली : अगले साल यानी 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले सभी दल हर तरीके से तैयारी कर रही हैं। हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जहां तगड़ा झटका लगा। चार राज्यों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा वहीं केवल तेलंगाना ही कांग्रेस के लिए राहत की खबर लेकर आई । लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पूरी तरह से तैयार होना चाहती है। इसलिए अभी से धन और बल दोनों बढ़ाने की कोशिश कर रही है। पार्टी फंड बढ़ाने के लिए कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए पार्टी क्राउड फंडिंग मुहिम की शुरुआत करने जा रही है।
कांग्रेस ने इस मुहिम का नाम ‘डोनेट फॉर देश’ रखा है। 18 दिसंबर को दिल्ली से इसकी शुरुआत होगी। पार्टी ने अपने सभी पदाधिकारियों और सदस्यों को इस मुहिम में कम से कम 1380 रुपए का योगदान देने को कहा।
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर क्राउड फंडिंग मुहिम लॉन्च करने की बात कही। वेणुगोपाल ने कहा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को अपने ऑनलाइन क्राउडफंडिंग अभियान, ‘डोनेट फॉर देश’ के लॉन्च की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है।
यह पहल 1920-21 में महात्मा गांधी के ऐतिहासिक तिलक स्वराज कोष से प्रेरित है और इसका उद्देश्य एक श्रेष्ठ भारत बनाने में हमारी पार्टी को सशक्त बनाना है। अभियान की अफिशियल शुरुआत पार्टी अध्यक्ष 18 दिसंबर को दिल्ली में करेंगे।
वेणुगोपाल ने आगे कहा- हम अपने राज्य-स्तरीय पदाधिकारियों, हमारे निर्वाचित प्रतिनिधियों, DCC अध्यक्षों, PCC अध्यक्षों और AICC पदाधिकारियों में से प्रत्येक को कम से कम 1,380 रुपये का योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
हम Donate for Desh के नाम से एक क्राउड फंडिंग कैंपेन शुरू करने जा रहे हैं, जिसे 18 दिसंबर, 2023 को कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge लॉन्च करेंगे।
कांग्रेस के 138 वर्ष पूरे होने पर हम देशवासियों से यह अनुरोध करते हैं कि 138 रुपए, 1,380 रुपए, 13,800 रुपए जैसी राशि कांग्रेस को मजबूत… pic.twitter.com/b2wyAacqBL
— Congress (@INCIndia) December 16, 2023
इसी साल सितंबर में द एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट सामने आई थी। इसके मुताबिक, देश की 8 नेशनल पार्टियों की घोषित संपत्ति 1 साल में 1531 करोड़ रुपए बढ़ गई। ये पार्टियां- भाजपा, कांग्रेस, नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP), बहुजन समाज पार्टी (BSP), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI), CPI (माओवादी), तृणमूल कांग्रेस और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPEP) हैं।
एक साल में 5 पार्टियों का कर्ज कम हुआ
2020-21 के दौरान राष्ट्रीय पार्टियों पर 103.55 करोड़ रुपए का कर्ज था। इनमें से कांग्रेस के ऊपर 71 करोड़, भाजपा के ऊपर 16 करोड़, CPI (M) के ऊपर 16 करोड़, TMC के ऊपर 3.8 करोड़ और NCP के ऊपर 0.73 करोड़ रुपए का कर्ज था।