CPI नेता की गोली मारकर हत्या, विरोध में रांची बंद कराने सड़क पर उतरे लोग

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रांची : झारखंड की राजधानी रांची में  एक वामपंथी नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है. लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. देखते ही देखते लोगों ने दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी. कई गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गयी है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के इस नेता का नाम सुभाष मुंडा है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एसएसपी, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी और हटिया के डीएसपी खुद दलादली पहुंच गये हैं. पांच थाने की पुलिस से फोर्स को वहां भेजा गया है. भीड़ किसी की सुनने को तैयार नहीं है. सिटी एसपी को भी लोगों ने दौड़ा दिया, ऐसी खबर निकल कर सामने आ रही है.

बताया गया है कि 26 जुलाई रात को किसी ने सुभाष मुंडा को गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गयी. घटना नगड़ी थाना क्षेत्र के दलालदली के पास की है. जैसे ही सुभाष मुंडा की हत्या की खबर मिली, स्थानीय लोग वहां जुट गये और तोड़फोड़ शुरू कर दी. बताया जा रहा है कि सुभाष मुंडा के कार्यालय में घुसकर बदमाशों ने उन पर गोली चलायी. सात राउंड फायरिंग की सूचना है. गंभीर हालत में भाकपा नेता को रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

लोगों के गुस्से को देखते हुए स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पांच थाना से अतिरिक्त पुलिस बल को दलादली चौक भेजा गया. स्थित तनावपूर्ण बनी हुई है. रांची के सभी वरीय पुलिस पदाधिकारी दलादली पहुंच गये हैं. वही भाकपा नेता सुभाष मुंडा की निर्मम हत्या के विरोध में आदिवासी मूलवासी संगठनों ने गुरुवार को रांची बंद करने का अल्टीमेटम दिया है. सरकार और जिला प्रशासन को दोषियों की गिरफ्तारी की जल्द से जल्द मांग की है.

अन्यथा 12 घंटे के अल्टीमेटम के बाद आदिवासी मूलनिवासी संगठनों का बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है. बंद की अपील आदिवासी सरना महासभा के मुख्य संयोजक देव कुमार धान ने की है. सूत्रों के अनुसार नेता सह जमीन कारोबारी सुभाष मुंडा मांडर से विधानसभा का चुनाव लड़ चुका है. पुलिस का कहना है कि सुभाष बड़े पैमाने पर जमीन का भी काम कर रहा था. नगड़ी,रातू समेत कई इलाकों में करोड़ों की जमीन पर सुभाष एक साथ काम कर रहा था. पुलिस का आशंका है कि इस हत्याकांड के पीछे जमीन का विवाद हो सकता है. बता दे कि पूरे राजधानी रांची के अलग-अलग चौक चौराहो को जाम कर अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे है. वहीं कांके चौक जाम कर अपना रोष प्रकट कर रहे सरना समिति के अध्यक्ष ने कहा की जब तक सुभाष मुंडा के हत्यारों को गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक हमारा प्रशासन के खिलाफ इसी तरह से विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.