दिन में क्रिकेटर, रात में वेटर, अब वर्ल्ड कप टीम में मिली जगह

माता-पिता बेचते हैं सब्जी

52

हर क्रिकेटर का सपना होता है कि अपने देश के लिए खेले। ऐसा ही सपना रांची के एक खिलाड़ी ने देखा था और अब वह इसके लिए जान लगा रहा है। रात-दिन जमकर मेहनत कर रहा है। रात में वह एक होटल में वेटर का काम करते हैं। इस खिलाड़ी ने अपने खेल से कई दिग्गजों को प्रभावित किया है और यही कारण है कि इस खिलाड़ी को वर्ल्ड कप के दौरान एक टीम से जु़ड़ने का मौका मिला है। ये खिलाड़ी हैं रांची के रहने वाले रितेश कुमार । रितेश ने इस वर्ल्ड कप में श्रीलंका के नेट गेंदबाज की भूमिका निभाई है। इस समय दिल्ली में पूर्व क्रिकेटर मानवेंद्र बिस्ला की एकेडमी में अपने करियर को आगे ले जाने में लगे रितेश ने श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच दिल्ली में खेले गए मैच में नेट गेंदबाज की भूमिका निभाई। इसके बाद वह दोनों ही टीमों के चहेते बन गए ।

रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के दौरान श्रीलंका के दो पूर्व खिलाड़ियों ने इस गेंदबाज की प्रतिभा देखी थी और काफी प्रभावित हुए थे । इन दोनों के कहने पर ही इस गेंदबाज को वर्ल्ड कप में बतौर नेट गेंदबाज शामिल किया गया था । भारत की मेजबानी में इस समय वनडे वर्ल्ड कप खेला जा रहा है। इस वर्ल्ड कप की शुरुआत पांच अक्टूबर से हुई थी.

माता-पिता बेचते हैं सब्जी

एक रिपोर्ट के मुताबिक, रितेश के माता-पिता रांची में सब्जी बेचते हैं। इस खिलाड़ी की प्रतिभा को श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या और तिलकरत्ने दिलशान ने पहचाना था । दोनों रोड सेप्टी वर्ल्ड सीरीज में खेल रहे थे तभी रितेश उन्हें अभ्यास करा रहे थे । इन दोनों को रितेश की प्रतिभा काफी भा गई थी । इसी कारण उन्होंने रितेश को वर्ल्ड कप के दौरान टीम से जोड़ने की बात कही थी ।  श्रीलंका ने उन्हें पूरे वर्ल्ड कप में अपने साथ बतौर नेट गेंदबाज रखने के लिए आईसीसी को पत्र भी लिखा । इसी सिफारिश पर वह दिल्ली में श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच खेले गए मैच में नेट गेंदबाज की भूमिका में नजर आए थे । अब वह दिल्ली में अफगानिस्तान टीम को अभ्यास करा रहा है।

रितेश ने बताया कि जयसूर्या और दिलशान ने कहा उनसे कहा था कि जब श्रीलंकाई टीम वर्ल्ड कप के लिए भारत आएगी तो वह नेट गेंदबाज के तौर पर बुलाया जाएगा. हुआ भी ऐसा ही । श्रीलंकाई टीम जब दिल्ली आई तो रितेश के पास बुलावा आ गया. श्रीलंका ने आईसीसी को भी लिखा कि वह रितेश को पूरे वर्ल्ड कप में अपने साथ चाहती है लेकिन उन्हें इसकी मंजूरी नहीं मिली फिर श्रीलंकाई टीम ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ को लेटर लिखा । उन्हें इसकी मंजूरी मिली. अब आलम ये है कि अफगानिस्तानी टीम दिल्ली आएगी तो वह अभ्यास कराते रहेंगे ।

रात में करते हैं वेटर का काम

20 साल के रितेश दिन में क्रिकेट खेलते हैं और रात में होटल में वेटर का काम करते हैं। रितेश ने रांची इसलिए छोड़ा था क्योंकि उनका सेलेक्शन भारत के पूर्व क्रिकेटर मदन लाल की देहरादून वाली एकेडमी में हुआ था। वहीं से उन्होंने 12वीं क्लास पास की लेकिन फिर वह स्कॉलरशिप बंद होने के बाद वहां से बाहर हो गए। रितेश वहां से अपने घर रांची नहीं गए और दिल्ली आ गए । यहां वह रात में वेटर का काम करते हैं और दिन में क्रिकेट खेलते हैं।